Stress : आज की भाग दौड़ भरी जिंदगी में लोगों में तनाव आना एक आम समस्या बन चुका है। इसका शिकार बच्चों से लेकर बुजुर्ग सभी होते जा रहे हैं। दुनिया में हर तीसरा व्यक्ति तनाव की समस्या से ग्रसित है। वास्तव में तनाव की स्थिति तब उत्पन्न होती है, जब हम किसी काम या बात को लेकर दबाव लेने लगते हैं। और उसके हर पहलू को नकारात्मक रूप में सोचने लगते हैं। तनाव की यह समस्या शारीरिक रूप से कमजोर करने के साथ ही भावनात्मक रूप से भी आहत करती है।
Stress : तनाव से ग्रस्त होने वाला व्यक्ति ना तो अपना काम ठीक से कर पाता है, और ना ही अपने जीवन को आनंद रूप से जी पाता है। उसकी कार्यशैली और संबंधों पर भी बुरा असर पड़ने लगता है। जिससे कई लोगों के अंदर जीने की चाहत खत्म हो जाती है। कभी-कभी लोगों में तनाव इतना अधिक बढ़ जाता है, कि वह आत्महत्या करने जैसे कदम उठा लेते हैं।
Stress : तनाव क्या होता है?
Stress : आमतौर पर इंसान का निराश और उदास होना स्वाभाविक होता है। लेकिन जब उसके जीवन में ऐसा एहसास लंबे समय तक चलने लगता है, तो वह तनाव की स्थिति में ग्रसित हो जाता है। तनाव एक ऐसा मानसिक विकार कहलाता है। जिसमें व्यक्ति को कुछ भी अच्छा नहीं लगता। और उसे अपना जीवन नीरस और खाली-खाली और दुखों से भरा लगने लगता है। प्रत्येक व्यक्तियों के तनाव के अलग-अलग कारण हो सकते हैं।
Stress : तनाव के लक्षण
- समय पर नींद ना आना।
- शारीरिक ब्लड प्रेशर बढ़ना।
- हमेशा थका हुआ सा महसूस करना।
- खाना ठीक से न पचना।
- स्वास्थ्य खराब रहना।
- दिल तेजी से धड़कते रहना।
- सर दर्द होना।
- इम्यूनिटी सिस्टम कमजोर होना।
Stress : तनाव दूर करने के उपाय
- तनाव दूर करने के लिए सबसे पहले आपको अपने जीवन शैली में बदलाव लाने की आवश्यकता है।
- रोजाना मेडिटेशन ब योग करें इससे आपकी मानसिक व शारीरिक स्थिति पूर्ण रूप से स्वस्थ रहेगी।
- ऐसे लोगों के साथ रहे जो, खुश मिजाज और सकारात्मक सोच वाले हो।
- भरपूर नींद ले।
- के वजह की बातों में सोच कर किसी से बहस ना करें, इससे तनाव की स्थिति और अधिक बढ़ सकती है।
- अपनी परेशानियों को अपने दोस्त और परिवार के साथ मिलकर साझा करें।
- धूम्रपान और शराब का सेवन बिलकुल न करें।
- हर वक्त मोबाइल, टीवी और लैपटॉप जैसे इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस से दूर रहे।
- किसी भी समस्या के बारे में सोचने की जगह उसका समाधान निकालने की कोशिश जरूर करें।
- शरीर की क्षमता से ज्यादा काम ना करें।
- प्राकृतिक सुंदरता में अपना समय जरूर व्यतीत करें।
Stress : महिलाए भी होती है तनाव का शिकार
Stress : आज के समय में तनाव महिलाओं के अंदर पुरुषों के अपेक्षा ज्यादा देखने में मिलता है। महिलाएं समाज के बदलते हुए परिवेश के कारण तनाव की शिकार होने लगते हैं। जो महिलाएं कामकाजी होती है। उनमें तरह सबसे ज्यादा पाया जाता है। घरेलू महिलाओं के अंदर घर में के माहौल के कारण होता है। लेकिन कामकाजी महिलाएं घर और बाहर दोनों कारणों के तनाव को ग्रहण करती हैं।
निष्कर्ष
Stress : इतना एक सामान्य समस्या बन रहा है। इसकी वजह से हमारे जीवन शैली प्रभावित हो रही है। तनाव की शुरुआती लक्षण मिलते ही अपनी आदतों और खानपान में बदलाव करने की बहुत आवश्यकता है। ज्यादा परेशानी आने पर अपने विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें।
अक्सर पूछे जाने वाले महत्वपूर्ण प्रश्नोत्तर
प्रश्न- तनाव को दूर करने के लिए क्या करना चाहिए?
उत्तर- Stress : तनाव दूर करने के लिए सबसे पहले आपको अपने जीवन शैली में बदलाव लाने की आवश्यकता है।
रोजाना मेडिटेशन ब योग करें इससे आपकी मानसिक व शारीरिक स्थिति पूर्ण रूप से स्वस्थ रहेगी।
ऐसे लोगों के साथ रहे जो, खुश मिजाज और सकारात्मक सोच वाले हो।
भरपूर नींद ले।
के वजह की बातों में सोच कर किसी से बहस ना करें, इससे तनाव की स्थिति और अधिक बढ़ सकती है।
अपनी परेशानियों को अपने दोस्त और परिवार के साथ मिलकर साझा करें।
धूम्रपान और शराब का सेवन बिलकुल न करें।
हर वक्त मोबाइल, टीवी और लैपटॉप जैसे इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस से दूर रहे।
किसी भी समस्या के बारे में सोचने की जगह उसका समाधान निकालने की कोशिश जरूर करें।
शरीर की क्षमता से ज्यादा काम ना करें।
प्राकृतिक सुंदरता में अपना समय जरूर व्यतीत करें।
प्रश्न- तनाव के मुख्य कारण क्या हैं?
उत्तर- Stress : समय पर नींद ना आना।
शारीरिक ब्लड प्रेशर बढ़ना।
हमेशा थका हुआ सा महसूस करना।
खाना ठीक से न पचना।
स्वास्थ्य खराब रहना।
दिल तेजी से धड़कते रहना।
सर दर्द होना।
इम्यूनिटी सिस्टम कमजोर होना।
प्रश्न- तनाव का मुख्य स्रोत क्या है?
उत्तर- Stress : आज की भाग दौड़ भरी जिंदगी में लोगों में तनाव आना एक आम समस्या बन चुका है। इसका शिकार बच्चों से लेकर बुजुर्ग सभी होते जा रहे हैं। दुनिया में हर तीसरा व्यक्ति तनाव की समस्या से ग्रसित है। वास्तव में तनाव की स्थिति तब उत्पन्न होती है, जब हम किसी काम या बात को लेकर दबाव लेने लगते हैं। और उसके हर पहलू को नकारात्मक रूप में सोचने लगते हैं। तनाव की यह समस्या शारीरिक रूप से कमजोर करने के साथ ही भावनात्मक रूप से भी आहत करती है।
प्रश्न- दिमाग में तनाव क्यों होता है?
उत्तर- Stress : तनाव से ग्रस्त होने वाला व्यक्ति ना तो अपना काम ठीक से कर पाता है, और ना ही अपने जीवन को आनंद रूप से जी पाता है। उसकी कार्यशैली और संबंधों पर भी बुरा असर पड़ने लगता है। जिससे कई लोगों के अंदर जीने की चाहत खत्म हो जाती है। कभी-कभी लोगों में तनाव इतना अधिक बढ़ जाता है, कि वह आत्महत्या करने जैसे कदम उठा लेते हैं।
प्रश्न- तनाव क्यों बढ़ता है?
उत्तर- आमतौर पर इंसान का निराश और उदास होना स्वाभाविक होता है। लेकिन जब उसके जीवन में ऐसा एहसास लंबे समय तक चलने लगता है, तो वह तनाव की स्थिति में ग्रसित हो जाता है। तनाव एक ऐसा मानसिक विकार कहलाता है। जिसमें व्यक्ति को कुछ भी अच्छा नहीं लगता। और उसे अपना जीवन नीरस और खाली-खाली और दुखों से भरा लगने लगता है। प्रत्येक व्यक्तियों के तनाव के अलग-अलग कारण हो सकते हैं।
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