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Dinner 2024 : सही समय पर भोजन करने से सेहत रहती है तंदुरुस्त, जाने भोजन करने का सही मूल मंत्र

Dinner : आज के समय में अधिकतम लोग रात का भोजन बहुत देरी से करते हैं। कुछ लोगों की तो 9:00 बजे खाना खाने की, तो कुछ लोगों की 11:00 बजे रात को खाना खाने की आदत सी बन गई है। लेकिन देर से खाना की आदत कभी-कभी हमारे सेहत को भी नुकसान पहुंचा सकती है। कई शोधकर्ताओं ने पाया कि रात को 9:00 बजे के बाद खाना खाने से शरीर में मानसिक रोग उत्पन्न होते हैं जो जोखिम बढ़ाने में अहम भूमिका निभाते हैं।

Dinner : शोधकर्ताओं ने यह पाया है, कि रात का भोजन जितनी देर से किया जाता है। हर घंटे हमारे शरीर में मानसिक रोग का जोखिम 8 से 9% तक बढ़ने की संभावना रहती है। जो रात के 9:00 बजे के बाद लगभग 20% पहुंच सकती है। यदि रात का भोजन समय से किया जाए तो इन सब बीमारी से छुटकारा किया पाया जा सकता है।

विषय बस्तु

Dinner : देर रात का भोजन मस्तिष्क पर कैसे असर करता है?

Dinner : दरअसल मानव शरीर सोने और जागने के चक्कर के अनुकूल ही अपना दैनिक कार्य करता है। जब हमारे शरीर का सोने का समय होता है, तब हम लोग खाना खाते हैं। इससे हमारे शरीर की मेटाबालिज्म सहित पूरी सेहत प्रभावित होने लगती है। जिसका सबसे ज्यादा असर हमारे दिमाग पर पड़ने लगता है। इसके चलते मनुष्य की नींद की गुणवत्ता में कमी हो जाती है। और मानसिक तनाव उत्पन्न होने लगता है।

Dinner : देर रात का भोजन कैसे पाचन तंत्र को प्रभावित करता है?

Dinner : मानव शरीर में पाए जाने वाला सेरोटोनिन एक न्यूरोट्रांसमीटर होता है। यह हमारी नींद और भूख के बीच में संतुलन बनाए रखने में मदद करता है। मानव शरीर के मूड को नियंत्रित करने में भी मदद करता है। हमारे पेट में 10 करोड़ तंत्रिका कोशिकाएं पाई जाती हैं। देर रात खाना खाने से यह कोशिकाएं पाचन क्रिया को प्रभावित करती हैं। और हमारा पाचन तंत्र प्रभावित होने लगता है।

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Dinner : देर रात का भोजन, वजन कैसे बढ़ता है?

Dinner : मनुष्य का शरीर सर्केडियन रिदम से चलता है। जो हमारे शरीर की एक आंतरिक घड़ी मानी जाती है। यह घड़ी हमारे शरीर को सोने , जागने, खाने और हारमोंस के स्तर के कार्यों को नियंत्रित करती है। यह घड़ी मुख्य रूप से दिन और रात के समय चक्र से प्रभावित होती है। जब हमारे शरीर की घड़ी का खाना खाने के समय से मेल नहीं होता है, तो यह संचय होने वाले हारमोंस को बढ़ा देता है। जिससे हमारे शरीर का वजन बढ़ने लगता है।

Dinner : रात के भोजन करने का सही मूल मंत्र

Dinner : अगर आप रात को 6:00 से 7:00 बजे के बीच में खाना खा लेते हैं। तो यह खाना न सिर्फ आपके शरीर के पाचन क्रिया को बेहतर बनाएगा बल्कि अन्य तरीके से भी आपको मदद प्रदान करेगा। यही खाने का सही मूल मंत्र है। आईए जानते हैं .….

बेहतर पाचन तंत्र

Dinner : आप शाम को 6:00 से 7:00 के बीच में खाना खा लेते हैं, तो आपके शरीर का पाचन तंत्र बेहतर बना रहेगा। यह एक ऐसा सामान है जिसमें विभिन्न पाचन एंजयम और एसिड भोजन को बेहतर तरीके से तोड़ सकते हैं। और शरीर को भोजन पचाने का पर्याप्त समय मिल जाता है। इससे पोषक तत्वों का अवशोषण अधिक प्रभावी ढंग से कार्य करने लगता है। और खाना अच्छी तरीके से पच जाता है। जिससे पेट में गैस और एसिडिटी जैसी समस्या उत्पन्न नहीं होती हैं।

वजन का नियंत्रण

Dinner : जब हम खाना देरी से खाते हैं, तो हम अपने शरीर की गतिविधियों को नहीं कर पाते हैं। जिससे हमारे शरीर में कैलोरी की खपत कम हो जाती हैं। और हमारे शरीर में जब कैलोरी की मात्रा ज्यादा हो जाती है, तो वह बसा का रूप ले लेती है। जिससे हम मोटे होने लगते हैं। अगर आप शाम को 6 से 7 के बीच में खाना खा लेते हैं, तो शरीर को कैलोरी जलाने का भरपूर समय मिलने लगता है। जिससे वजन नियंत्रित रहता है।

बेहतर नींद

Dinner : अगर आप शाम को 6:00 से 7:00 के बीच में खाना खा लेते हैं, तो आपकी पाचन तंत्र की क्रिया सभी समय पर कार्य करती हैं । और आप समय पर आसानी से सो सकते हैं। जिससे आपकी नींद बहुत अच्छी हो जाती है। और आप अनिद्रा की शिकार नहीं होते हैं।

मानसिक सेहत

Dinner : जल्दी खाना खाने से शरीर के अंदर पाई जाने वाली आंतरिक घड़ी बेहतर तरीके से अपना काम करती है। जिससे शरीर का सोने और जागने वाला चक्र शरीर के तापमान के अनुसार कार्य करने लगता है। इससे हमारे शरीर को तनाव और चिंता को दूर करने में मदद मिलती है। जिससे हमारी मानसिक स्थिति अच्छी रहती है।

निष्कर्ष

Dinner : देर रात के खाना खाने से शरीर में अनेक प्रकार की बीमारियां उत्पन्न होती हैं। हमारा दैनिक खान-पान हमारे शरीर को स्वस्थ रहने में बेहतरीन भूमिका निभाता है। अतः हमें अपने शरीर को स्वस्थ रखने के लिए भोजन का सही समय चुना बहुत आवश्यक है। यदि रात का भोजन समय से किया जाए तो इन सब बीमारी से छुटकारा किया पाया जा सकता है।

अक्सर पूछे जाने वाले महत्वपूर्ण प्रश्नोत्तर

प्रश्न- देर रात का भोजन मस्तिष्क पर कैसे असर करता है?

उत्तर- Dinner : दरअसल मानव शरीर सोने और जागने के चक्कर के अनुकूल ही अपना दैनिक कार्य करता है। जब हमारे शरीर का सोने का समय होता है, तब हम लोग खाना खाते हैं। इससे हमारे शरीर की मेटाबालिज्म सहित पूरी सेहत प्रभावित होने लगती है। जिसका सबसे ज्यादा असर हमारे दिमाग पर पड़ने लगता है। इसके चलते मनुष्य की नींद की गुणवत्ता में कमी हो जाती है। और मानसिक तनाव उत्पन्न होने लगता है।

प्रश्न- देर रात का भोजन कैसे पाचन तंत्र को प्रभावित करता है?

उत्तर-  मानव शरीर में पाए जाने वाला सेरोटोनिन एक न्यूरोट्रांसमीटर होता है। यह हमारी नींद और भूख के बीच में संतुलन बनाए रखने में मदद करता है। मानव शरीर के मूड को नियंत्रित करने में भी मदद करता है। हमारे पेट में 10 करोड़ तंत्रिका कोशिकाएं पाई जाती हैं। देर रात खाना खाने से यह कोशिकाएं पाचन क्रिया को प्रभावित करती हैं। और हमारा पाचन तंत्र प्रभावित होने लगता है।

प्रश्न- देर रात का भोजन, वजन कैसे बढ़ता है?

उत्तर- मनुष्य का शरीर सर्केडियन रिदम से चलता है। जो हमारे शरीर की एक आंतरिक घड़ी मानी जाती है। यह घड़ी हमारे शरीर को सोने , जागने, खाने और हारमोंस के स्तर के कार्यों को नियंत्रित करती है। यह घड़ी मुख्य रूप से दिन और रात के समय चक्र से प्रभावित होती है। जब हमारे शरीर की घड़ी का खाना खाने के समय से मेल नहीं होता है, तो यह संचय होने वाले हारमोंस को बढ़ा देता है। जिससे हमारे शरीर का वजन बढ़ने लगता है।

प्रश्न- रात के भोजन करने का सही मूल मंत्र क्या है?

उत्तर- अगर आप रात को 6:00 से 7:00 बजे के बीच में खाना खा लेते हैं। तो यह खाना न सिर्फ आपके शरीर के पाचन क्रिया को बेहतर बनाएगा बल्कि अन्य तरीके से भी आपको मदद प्रदान करेगा। यही खाने का सही मूल मंत्र है।

प्रश्न- बेहतर पाचन तंत्र के लिए क्या करें?

उत्तर-  आप शाम को 6:00 से 7:00 के बीच में खाना खा लेते हैं, तो आपके शरीर का पाचन तंत्र बेहतर बना रहेगा। यह एक ऐसा सामान है जिसमें विभिन्न पाचन एंजयम और एसिड भोजन को बेहतर तरीके से तोड़ सकते हैं। और शरीर को भोजन पचाने का पर्याप्त समय मिल जाता है। इससे पोषक तत्वों का अवशोषण अधिक प्रभावी ढंग से कार्य करने लगता है। और खाना अच्छी तरीके से पच जाता है। जिससे पेट में गैस और एसिडिटी जैसी समस्या उत्पन्न नहीं होती हैं।

प्रश्न- वजन का नियंत्रण करने के लिए क्या करें?

उत्तर- जब हम खाना देरी से खाते हैं, तो हम अपने शरीर की गतिविधियों को नहीं कर पाते हैं। जिससे हमारे शरीर में कैलोरी की खपत कम हो जाती हैं। और हमारे शरीर में जब कैलोरी की मात्रा ज्यादा हो जाती है, तो वह बसा का रूप ले लेती है। जिससे हम मोटे होने लगते हैं। अगर आप शाम को 6 से 7 के बीच में खाना खा लेते हैं, तो शरीर को कैलोरी जलाने का भरपूर समय मिलने लगता है। जिससे वजन नियंत्रित रहता है।

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