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QR Code: के उपयोग करने से बढ़ रहा है हैकिंग का खतरा, ठगी से बचने के लिए रहे सावधान। करे ये 6 उपाय

QR Code: आज के समय में अधिकांश लोग QR Code का इस्तेमाल विभिन्न प्रकार के लेनदेन के लिए करते हैं। सामान्य तरीके से हम किसी भी जगह कोई शॉपिंग करने जाते हैं और शॉपिंग करने के बाद हम उसके बिल का पेमेंट QR Code के माध्यम से कर देते हैं। अतः हम अपने जीवन में हर प्रकार के ऑनलाइन पेमेंट को QR कोड के माध्यम से कर रहे हैं।

आज के समय में लोगो द्वारा अपनी जानकारी कर कोड के माध्यम से दी जाने लगी हैं। इसलिए अब जालसांझ लोगों के लिए QR कोड हैकिंग करना और लोगों से धोखाधड़ी करना आसान होता जा रहा है। धोखाधड़ी के इस नए तरीके को QR कोड फिशिंग कहा जाता है। इसकी मदद से जालसांझ लोग मोबाइल हैक करके व्यक्ति की जानकारी चुरा लेते हैं। और उनका बैंक अकाउंट खाली कर देते हैं।

क्या है QR Code फिशिंग ?

जब हम अपने मोबाइल के कैमरे से किसी अनजान QR Code को स्कैन करते हैं। उस QR कोड को स्कैन करते ही हमारा सारा डाटा स्कैमर्स के पास पहुंच जाता है। यह स्कैमर्स उपभोक्ताओं को धोखाधड़ी करने वाली वेबसाइट पर ले जाता है। यह वेबसाइट वास्तव में ईकॉमर्स या कोई बैंक साइट की वेबसाइट हो सकती हैं। फिर स्कैमर्स उपभोगकर्ता से उनकी व्यक्तिगत जानकारी मांगता है। और आप अपनी व्यक्तिगत जानकारी उनकी वेबसाइट पर दर्ज कर देते हैं। इन जानकारी के माध्यम से स्कैमर्स आपके अकाउंट को खाली कर सकते हैं।

वाई-फाई नेटवर्क

आजकल यह प्रचलन बहुत अधिक मात्रा में बढ़ गया है। स्कैमर्स वाई-फाई नेटवर्क प्रदान करने के लिए स्वयं का क्यूआर कोड बनाते हैं। जो स्कैन करने के बाद आपकी डिवाइस को जालसंझियो के वाईफाई से जोड़ने का कार्य करता है। यह जालसंझी आपके द्वारा लिए गए वाई-फाई नेटवर्क से आपका डाटा और प्रतिक्रिया संग्रहित कर सकते हैं। और आपका अकाउंट खाली कर सकते हैं।

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नकली QR Code

आजकल कुछ एप्स नकली QR Code आसानी से उपलब्ध करवा देते हैं। यह QR Code उपभोगकर्ताओ से धोखाधड़ी करने में बहुत अग्रसर होते हैं। यह ऐप्स अक्सर थर्ड पार्टी स्टोर से डाउनलोड किए जाते हैं।

QR Code साझा करना

यदि आप किसी कंपनी या किसी संस्था की सेवा ले रहे हैं। स्कैमर्स आपको उक्त कंपनी के नाम पर मेल कर सकता है। और आपकी सेवाएं खत्म होने का दावा प्रस्तुत कर सकता है। आपको अधिक जानकारी प्राप्त करने व सुरक्षा से बचने के लिए QR Code पर स्कैन करने के लिए कह सकता है। आपकी स्कैन करते ही उसके पास आपकी व्यक्तिगत जानकारी पहुंच जाती है। और वह आपके अकाउंट खाली कर सकता है।

ठगी से बचने के लिए रहें सावधान

  • हमेशा उन्ही QR Code पर स्कैन करें जो आपके विश्वसनीय हो।
  • किसी भी धोखाधड़ी की मेल को स्कैन करने से पहले उसकी आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर जानकारी प्राप्त करें।
  • हमेशा सुरक्षित और विश्वसनीय वेबसाइट का ही उपयोग करें।
  • अपने मोबाइल को और अपने डिवाइस को हमेशा अपडेट करते रहे।
  • किसी भी ऐप पर वेबसाइट में जाने से पहले आईडेंटिटी वेरीफिकेशन के तरीके को अवश्य अपनाएं। यदि Apps या वेबसाइट फर्जी है तो बाहर आने की कोशिश करें।
  • अपने खाते से संबंधित संवेदनशील जानकारी किसी भी डिवाइस में सेव करके ना रखें।

निष्कर्ष

आज के समय में QR Code से ठगी का एक नया तरीका सामने आया है। यह तरीका बहुत ही आसान होता है और हम इन जालसंझियों के शिकार में आ जाते हैं। अतः हमें इन लोगों से बचना चाहिए हमें अपने खाते से संबंधित कुछ सामान्य सावधानियां को बनाए रखना चाहिए। जिससे हम जालसंझो के शिकार होने से बच सके।

अक्सर पूछे जाने वाले महत्वपूर्ण प्रश्नोत्तर

प्रश्न- क्यूआर कोड को सुरक्षित रूप से कैसे स्कैन करें?

उत्तर- किसी भी ऐप पर वेबसाइट में जाने से पहले आईडेंटिटी वेरीफिकेशन के तरीके को अवश्य अपनाएं। यदि Apps या वेबसाइट फर्जी है तो बाहर आने की कोशिश करें।

प्रश्न- क्यूआर कोड डुप्लिकेशन से कैसे बचें?

उत्तर- आजकल कुछ एप्स नकली QR Code आसानी से उपलब्ध करवा देते हैं। यह QR Code उपभोगकर्ताओ से धोखाधड़ी करने में बहुत अग्रसर होते हैं। यह ऐप्स अक्सर थर्ड पार्टी स्टोर से डाउनलोड किए जाते हैं।

प्रश्न- क्यूआर कोड का उपयोग करके उत्पाद प्रामाणिकता की जांच कैसे करें?

उत्तर- हमेशा उन्ही QR Code पर स्कैन करें जो आपके विश्वसनीय हो।
किसी भी धोखाधड़ी की मेल को स्कैन करने से पहले उसकी आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर जानकारी प्राप्त करें।

प्रश्न- क्या है QR Code फिशिंग ?

उत्तर- जब हम अपने मोबाइल के कैमरे से किसी अनजान QR Code को स्कैन करते हैं। उस QR कोड को स्कैन करते ही हमारा सारा डाटा स्कैमर्स के पास पहुंच जाता है। यह स्कैमर्स उपभोक्ताओं को धोखाधड़ी करने वाली वेबसाइट पर ले जाता है। यह वेबसाइट वास्तव में ईकॉमर्स या कोई बैंक साइट की वेबसाइट हो सकती हैं। फिर स्कैमर्स उपभोगकर्ता से उनकी व्यक्तिगत जानकारी मांगता है। और आप अपनी व्यक्तिगत जानकारी उनकी वेबसाइट पर दर्ज कर देते हैं। इन जानकारी के माध्यम से स्कैमर्स आपके अकाउंट को खाली कर सकते हैं।

प्रश्न- क्या क्यूआर कोड से मेरा फोन हैक किया जा सकता है?

उत्तर- हमेशा सुरक्षित और विश्वसनीय वेबसाइट का ही उपयोग करें।
अपने मोबाइल को और अपने डिवाइस को हमेशा अपडेट करते रहे।
किसी भी ऐप पर वेबसाइट में जाने से पहले आईडेंटिटी वेरीफिकेशन के तरीके को अवश्य अपनाएं। यदि Apps या वेबसाइट फर्जी है तो बाहर आने की कोशिश करें।
अपने खाते से संबंधित संवेदनशील जानकारी किसी भी डिवाइस में सेव करके ना रखें।

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