Mingle With Children : आज की बढ़ती हुई व्यस्त जीवन शैली के कारण माता-पिता अक्सर अपने ऑफिस या घर की जिम्मेदारियां की वजह से बच्चों पर पर्याप्त समय नहीं दे पाते हैं। वास्तव में बच्चों के साथ हर दिन समय बिताना उनकी भावनात्मक, मानसिक और सामाजिक विकास के लिए बहुत आवश्यक होता है। भले ही आप अपने बच्चों को एक ही घंटे का समय क्यों ना दे, लेकिन उन्हें समय जरूर दें। आपके द्वारा दिया गया इतना समय भी बच्चों की मानसिक विकास पर काफी प्रभाव डाल सकता है।
Mingle With Children : घर के माता-पिता का कामकाज और सोशल मीडिया के बीच बच्चों को समय देना लगभग गायब सा होता जा रहा है। जिस कारण से इसका नुकसान हमें प्रत्यक्ष रूप में देखने को मिलता है। इसलिए अभिभावकों को तुरंत संभलने की आवश्यकता है। साथ ही अपने बच्चों पर समय व्यतीत करने की आवश्यकता है।
Mingle With Children : बच्चों के साथ समय बिताने के फायदे
भावनात्मक जुड़ाव
Mingle With Children : यदि आप अपने बच्चों के साथ समय नहीं बिताएंगे, तो आपके रिश्ते अच्छे नहीं बन पाएंगे। संभव है कि बच्चे धीरे-धीरे आपसे दूरियां बना लेंगे। यदि आप अपने बच्चों के साथ समय बिताते हैं, तो आपका बच्चों के साथ भावनात्मक रिश्ता बहुत मजबूत हो जाएगा। और बच्चे आपके साथ मिलकर रहेंगे।
समझने का अवसर
Mingle With Children : जब आप अपने बच्चों को समय देते हैं, तो आप उनके शौक, रुचियों, शिकायतों और दिक्कतों को आसानी से समझ सकते हैं। इससे उनकी भावनात्मक और शैक्षिक जरूरतों को बहुत आसानी से आप पूरा कर सकते हैं।
आत्मविश्वास में वृद्धि
Mingle With Children : जब आप अपने बच्चों की दिनचर्या पर बातचीत करते हैं, तो इससे उन्हें यह एहसास हो जाता है, कि आप उनको कितना महत्व दे रहे हैं। इससे न केवल उनमें आत्मविश्वास बढ़ता है। बल्कि वह आपसे अपनी बातें और भावनाएं साझा करने में भी सुरक्षित महसूस करते हैं।
सकारात्मकता
Mingle With Children : बच्चों के साथ समय बिताने का सबसे बड़ा फायदा यह होता है, कि आप उनके व्यवहार और रवैये को भी सकारात्मक ढंग से सुधार सकते हैं। इसके जरिए आप उन्हें गलत और सही की बेहतर जानकारी दे सकते हैं।
पलों को यादगार बनाना
Mingle With Children : अपने बच्चों और परिवार के साथ बताए गए छोटे-छोटे पल जैसे खेलते समय हंसने लगना, पुरानी किसी बात को याद करना या कोई अपना शौक पूरा करना। बच्चों के लिए यह आजीवन यादगार बन सकता है। इसलिए उनकी यादों का पिटारा बनने के लिए उन्हें समय जरूर दें।
Mingle With Children : इस तरह बच्चों के साथ घुलें मिलें
खेलों में शामिल हों.
Mingle With Children : बच्चों के साथ उनके खेल, जैसे गेम्स, पजल्स और ड्राइंग्स में जरूर शामिल हों । यह खेल मजेदार होने के साथ बच्चों को सकारात्मक बढ़ाने में मदद करते हैं।
कहानी सुनाएं
Mingle With Children : बच्चों को सोने से पहले एक अच्छी मनोरंजन दायक या ज्ञानवर्धक कहानी जरूर सुनाएं। तथा बीच-बीच में उनसे कहानी के प्रति प्रश्नोत्तरी जरूर करें।
साझेदारी बनाएं
Mingle With Children : बच्चों से घर के छोटे-छोटे काम जैसे सलाद सजाना, आटे की छोटी-छोटी लोई बनाना, बोतल में पानी भरना आदि काम जरुर करवाएं । इससे बच्चे आपके साथ समय भी बिताएंगे और घर के कामों में मदद करना भी सीख जाएंगे।
दिनचर्या पर चर्चा
Mingle With Children : प्रतिदिन बच्चों के दिनचर्या का हाल-चाल जरूर पूछें। कि उन्होंने आज स्कूल में क्या पढ़ा?, आज का होमवर्क क्या था?, आज क्या खेल खेला? तथा किस चीज ने परेशानी हुई। ऐसा करना उनका आपके प्रति सहज भावना पैदा करता है।
योजनाएं बनाएं
Mingle With Children : बच्चों के साथ हफ्ते में किसी एक दिन की योजना जरूर बनाएं। उस योजना में उन्हें फिल्में दिखाने या पार्क घूमने के लिए प्रेरित करें। यह उनके मन में खुशी और उत्साह बढ़ाने में मदद करेगा।
सहायता करें
Mingle With Children : बच्चों को रात के समय स्कूल का होमवर्क करवाने में सहायता करें। तथा उन्हें रोज कुछ नया सीखने व समझने में भी मदद करें।
निष्कर्ष
Mingle With Children : वास्तव में बच्चे भी अपने माता-पिता का लाड दुलार के साथ समय चाहते हैं। परंतु आज की व्यस्ततम जीवन शैली होने के कारण माता-पिता अपने बच्चों को पर्याप्त समय नहीं दे पाते हैं। अतः प्रत्येक माता-पिता से यह आग्रह है, कि वह अपने बच्चों को समय जरूर दें। ताकि उनका भविष्य बेहतर तरीके से बन सके और वह अपने रिश्तों को अच्छे से समझ सके।
अक्सर पूछे जाने वाले महत्वपूर्ण प्रश्नोत्तर
प्रश्न- हमें अपने माता-पिता के साथ समय क्यों बिताना चाहिए?
उत्तर- भावनात्मक जुड़ाव
यदि आप अपने बच्चों के साथ समय नहीं बिताएंगे, तो आपके रिश्ते अच्छे नहीं बन पाएंगे। संभव है कि बच्चे धीरे-धीरे आपसे दूरियां बना लेंगे। यदि आप अपने बच्चों के साथ समय बिताते हैं, तो आपका बच्चों के साथ भावनात्मक रिश्ता बहुत मजबूत हो जाएगा। और बच्चे आपके साथ मिलकर रहेंगे।उत्तर-
प्रश्न- आपका परिवार एक साथ समय बिताने का आनंद कैसे लेता है?
उत्तर- पलों को यादगार बनाना
अपने बच्चों और परिवार के साथ बताए गए छोटे-छोटे पल जैसे खेलते समय हंसने लगना, पुरानी किसी बात को याद करना या कोई अपना शौक पूरा करना। बच्चों के लिए यह आजीवन यादगार बन सकता है। इसलिए उनकी यादों का पिटारा बनने के लिए उन्हें समय जरूर दें।उत्तर-
प्रश्न- परिवारों के लिए एक साथ खुश रहने का सबसे अच्छा तरीका क्या है?
उत्तर- समझने का अवसर
जब आप अपने बच्चों को समय देते हैं, तो आप उनके शौक, रुचियों, शिकायतों और दिक्कतों को आसानी से समझ सकते हैं। इससे उनकी भावनात्मक और शैक्षिक जरूरतों को बहुत आसानी से आप पूरा कर सकते हैं।उत्तर-
प्रश्न- घर परिवार में खुशहाली कैसे रखा जाता है?
उत्तर- आत्मविश्वास में वृद्धि
जब आप अपने बच्चों की दिनचर्या पर बातचीत करते हैं, तो इससे उन्हें यह एहसास हो जाता है, कि आप उनको कितना महत्व दे रहे हैं। इससे न केवल उनमें आत्मविश्वास बढ़ता है। बल्कि वह आपसे अपनी बातें और भावनाएं साझा करने में भी सुरक्षित महसूस करते हैं।उत्तर-
प्रश्न- परिवार आपको कैसे खुश करता है?
उत्तर- आज की बढ़ती हुई व्यस्त जीवन शैली के कारण माता-पिता अक्सर अपने ऑफिस या घर की जिम्मेदारियां की वजह से बच्चों पर पर्याप्त समय नहीं दे पाते हैं। वास्तव में बच्चों के साथ हर दिन समय बिताना उनकी भावनात्मक, मानसिक और सामाजिक विकास के लिए बहुत आवश्यक होता है। भले ही आप अपने बच्चों को एक ही घंटे का समय क्यों ना दे, लेकिन उन्हें समय जरूर दें। आपके द्वारा दिया गया इतना समय भी बच्चों की मानसिक विकास पर काफी प्रभाव डाल सकता है।
घर के माता-पिता का कामकाज और सोशल मीडिया के बीच बच्चों को समय देना लगभग गायब सा होता जा रहा है। जिस कारण से इसका नुकसान हमें प्रत्यक्ष रूप में देखने को मिलता है। इसलिए अभिभावकों को तुरंत संभलने की आवश्यकता है। साथ ही अपने बच्चों पर समय व्यतीत करने की आवश्यकता है।
प्रश्न- हमें परिवार के साथ समय क्यों बिताना चाहिए?
उत्तर- वास्तव में बच्चे भी अपने माता-पिता का लाड दुलार के साथ समय चाहते हैं। परंतु आज की व्यस्ततम जीवन शैली होने के कारण माता-पिता अपने बच्चों को पर्याप्त समय नहीं दे पाते हैं। अतः प्रत्येक माता-पिता से यह आग्रह है, कि वह अपने बच्चों को समय जरूर दें। ताकि उनका भविष्य बेहतर तरीके से बन सके और वह अपने रिश्तों को अच्छे से समझ सके।
प्रश्न- पिता के प्रति पुत्र का क्या कर्तव्य होना चाहिए?
उत्तर- खेलों में शामिल हों.
बच्चों के साथ उनके खेल, जैसे गेम्स, पजल्स और ड्राइंग्स में जरूर शामिल हों । यह खेल मजेदार होने के साथ बच्चों को सकारात्मक बढ़ाने में मदद करते हैं।
कहानी सुनाएं
बच्चों को सोने से पहले एक अच्छी मनोरंजन दायक या ज्ञानवर्धक कहानी जरूर सुनाएं। तथा बीच-बीच में उनसे कहानी के प्रति प्रश्नोत्तरी जरूर करें।
साझेदारी बनाएं
बच्चों से घर के छोटे-छोटे काम जैसे सलाद सजाना, आटे की छोटी-छोटी लोई बनाना, बोतल में पानी भरना आदि काम जरुर करवाएं । इससे बच्चे आपके साथ समय भी बिताएंगे और घर के कामों में मदद करना भी सीख जाएंगे।
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