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Loan लेते समय ध्यान रखें ये 12 बातें, वरना जेब कटना तय ही समझिए, जाने पूरा सच

आज के समय में हर व्यक्ति Loan लेता है, चाहे वह छोटा-मोटा व्यापारी हो, या बड़ा व्यापारी हो। लोन की आवश्यकता हर व्यक्ति को पड़ती है , कोई व्यक्ति अपने व्यापार को बढ़ाने के लिए लोन लेता है, तो कोई व्यक्ति अपनी आवश्यक सामग्री को पूरा करने के लिए लोन लेता है ।

लोग अपने आप आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए भी लोन लेते हैं । जैसे – मकान बनवाने के लिए लोन लेना, पर्सनल लोन लेना, वाहन लोन लेना, मुद्रा लोन लेना, प्रॉपर्टी लोन लेना, व्यापारिक लोन लेना, समूह लोन लेना या कंज्यूमर लोन लेना ।
यदि आप भी किसी तरीके से Loan लेना चाह रहे हैं, तो लोन लेते समय इन बातों का ध्यान रखना अति आवश्यक है ।

Loan की आवेदन प्रक्रिया

Loan लेते समय जो आवेदन प्रक्रिया करवाई जाती है। या यूं कहे की जो आवेदन फार्म भरवाया जाता है, उसको अच्छी तरीके से पढ़ लेना चाहिए । क्योंकि उस आवेदन प्रक्रिया में लोन देने वाली कंपनी, बैंक या संस्थानों के कुछ नियम वह शर्तें दी हुई होती है। जिसे हम लोन लेते समय ठीक से अध्ययन नहीं करते और हमें भविष्य में नुकसान भुगतना पड़ सकता है।

Loan देने वाली कंपनी का अध्ययन

जिस कंपनी से आप Loan ले रहे हैं, वह कंपनी क्या वर्क करती है । इस बात का भी लोन लेते समय अध्ययन कर लेना चाहिए। यदि कंपनी एक बैंक है तो हमें बैंक के बारे में भी पता कर लेना चाहिए। यदि कंपनी एक फाइनेंशियल कंपनी है तो हमें फाइनेंस के बारे में भी पता कर लेना चाहिए। यदि कंपनी कोई संस्था है तब संस्था के बारे में भी पता कर लेना चाहिए ।

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Loan की ब्याज दर

Loan लेते समय ब्याज दर सबसे महत्वपूर्ण बात होती है, कि हमें उक्त लोन के ब्याज की दर की जानकारी होनी चाहिए। यदि हम किसी बैंक से लोन ले रहे हैं तो उसकी ब्याज दर कम होती है । यदि हम किसी फाइनेंशियल कंपनी से लोन ले रहे हैं, तो उसकी ब्याज दर बैंक की ब्याज दर से ज्यादा होती है । यदि हम किसी संस्था से लोन ले रहे हैं, तो उसकी ब्याज दर अन्य सभी जगह से अधिक होती है।

बैंक चार्ज

जब भी हम कभी Loan लेते हैं, तो लोन की आवेदन प्रक्रिया से लेकर Disbursement प्रक्रिया तक होने वाले समस्त खर्चे लोन लेने वाले ग्राहक को ही बहन करने होते हैं । यह खर्च किस प्रकार से ग्राहक को देना है। इसकी जानकारी हमें लोन लेने से पहले पता कर लेना चाहिए । बैंक या संस्था क्या-क्या hidden चार्ज रखती है इसकी भी जानकारी हमें होना चाहिए।

Bouncing चार्ज

आपको Loan लेते समय Bouncing चार्ज की जानकारी लेकिन कर लेनी चाहिए। यदि आपकी कि कोई किस्त बाउंस हो जाती है तो उसकी Bouncing चार्ज, बैंक कितना चार्ज करेगी ।

Penalty

यदि कोई किस्त बाउंस हो जाती है, बाउंसिंग होने के बाद बैंक अपनी किस्त के अलावा कुछ राशि Penalty के रूप में लेती है । वह Penalty बैंक अपने निर्धारित समय के अनुसार चार्ज करती है, आपको यह भी जानकारी होनी चाहिए ।

NACH

यह बैंक द्वारा एक प्रक्रिया होती है । इस प्रक्रिया के माध्यम से बैंक, लोन लेने वाले ग्राहक के खाते से अपनी किस्त काटने का अधिकार रखती है । अतः आपको Loan लेने वाली राशि की किस्त किस खाते से चुकानी है इसकी जानकारी बैंकिंग अधिकारी को देनी होती है। तथा उसका NACH का फॉर्म साइन करना होता है ।

Loan की अवधि

Loan की अवधि हमेशा बड़ी रखनी चाहिए । क्योंकि यदि आप लंबे समय तक लोन चुकाएंगे, तो आपकी किस्त छोटी रहेगी । जिससे आप आसानी से अपनी लोन की किस्त जमा कर पाएंगे ।

सिविल का ध्यान

बैंकिंग भाषा में सिविल का बहुत अधिक महत्व होता है । सिविल ग्राहक की शाख कहलाती है। साधारण तौर पर समझा जाए – यदि व्यक्ति किसी एक जगह से कुछ राशि को उधार लेता है । और उसका समय पर भुगतान नहीं करता है उसकी उस जगह के साथ-साथ अन्य जगहों पर भी शाख खराब हो जाती है।

इसी तरह से बैंकिंग भाषा में सिविल होती है, यदि आप किसी कंपनी या संस्था से लोन लेते हैं। और उसका भुगतान समय पर करते हैं, तो आपकी CIVIL भी अच्छी हो जाती है। यदि आप अपनी किस्तों को बाउंस करते हैं तो आपकी सिविल खराब होने लगती है । अतः हमें यह भी ध्यान रखना चाहिए कि हमें अपनी सिविल को बरकरार रखना है ।

खाते को रखें Maintain

आपके द्वारा लिए गए Loan की राशि की किस्त जिस खाते से कटनी होती है । उस खाते में उक्त राशि को बनाए रखें । अन्यथा आपकी लोन की किस्त यदि बाउंस हो जाती है। तो आपके पेनल्टी और बाउंसिंग चार्ज भुगतना पड़ सकता है । और यदि ऐसा होता है तो आपकी सिविल खराब हो जाएगी ।

किस्त Bouncing चार्ज

यदि आपकी कोई किस्त किसी कारण से बाउंस हो जाती है। और आप की रिकवरी आती है। तो रिकवरी करने वाले अधिकारी को किस्त की राशि देने के साथ-साथ पेनल्टी व बाउंस चार्ज का भी भुगतान करें। तथा अधिकारी से उक्त जमा की गई राशि की रसीद तुरंत प्राप्त करें।

Loan की NOC

NOC का फुल फॉर्म नो ऑब्जेक्शन सर्टिफिकेट होता है। यह इस बात का प्रमाण होता है कि आपने किसी भी बैंक या संस्था से ली हुई लोन की राशि का भुगतान समय पर कर दिया है । तथा आप उक्त लोन से हमेशा के लिए मुक्त हो गए हैं। अब आप पर बैंक कभी भी, किसी भी प्रकार की पेनल्टी या अतिरिक्त चार्ज, चार्ज नहीं करेगी ।

अक्सर पूछे जाने वाले महत्वपूर्ण प्रश्नोत्तर

प्रश्न- Loan की आवेदन प्रक्रिया क्या करे ?

उत्तर- Loan लेते समय जो आवेदन प्रक्रिया करवाई जाती है। या यूं कहे की जो आवेदन फार्म भरवाया जाता है, उसको अच्छी तरीके से पढ़ लेना चाहिए । क्योंकि उस आवेदन प्रक्रिया में लोन देने वाली कंपनी, बैंक या संस्थानों के कुछ नियम वह शर्तें दी हुई होती है। जिसे हम लोन लेते समय ठीक से अध्ययन नहीं करते और हमें भविष्य में नुकसान भुगतना पड़ सकता है।

प्रश्न- Loan की Penalty क्या हैं ?

उत्तर- यदि कोई किस्त बाउंस हो जाती है, बाउंसिंग होने के बाद बैंक अपनी किस्त के अलावा कुछ राशि Penalty के रूप में लेती है । वह Penalty बैंक अपने निर्धारित समय के अनुसार चार्ज करती है, आपको यह भी जानकारी होनी चाहिए ।

प्रश्न- NACH क्या हैं ?

उत्तर- यह बैंक द्वारा एक प्रक्रिया होती है । इस प्रक्रिया के माध्यम से बैंक, लोन लेने वाले ग्राहक के खाते से अपनी किस्त काटने का अधिकार रखती है । अतः आपको लोन लेने वाली राशि की किस्त किस खाते से चुकानी है इसकी जानकारी बैंकिंग अधिकारी को देनी होती है। तथा उसका NACH का फॉर्म साइन करना होता है ।

प्रश्न- सिविल क्या हैं ?

उत्तर- बैंकिंग भाषा में सिविल का बहुत अधिक महत्व होता है । सिविल ग्राहक की शाख कहलाती है। साधारण तौर पर समझा जाए – यदि व्यक्ति किसी एक जगह से कुछ राशि को उधार लेता है । और उसका समय पर भुगतान नहीं करता है उसकी उस जगह के साथ-साथ अन्य जगहों पर भी शाख खराब हो जाती है।
इसी तरह से बैंकिंग भाषा में सिविल होती है, यदि आप किसी कंपनी या संस्था से लोन लेते हैं। और उसका भुगतान समय पर करते हैं, तो आपकी CIVIL भी अच्छी हो जाती है। यदि आप अपनी किस्तों को बाउंस करते हैं तो आपकी सिविल खराब होने लगती है । अतः हमें यह भी ध्यान रखना चाहिए कि हमें अपनी सिविल को बरकरार रखना है ।

प्रश्न- Loan की NOC क्या हैं ?

उत्तर- NOC का फुल फॉर्म नो ऑब्जेक्शन सर्टिफिकेट होता है। यह इस बात का प्रमाण होता है कि आपने किसी भी बैंक या संस्था से ली हुई Loan की राशि का भुगतान समय पर कर दिया है । तथा आप उक्त लोन से हमेशा के लिए मुक्त हो गए हैं। अब आप पर बैंक कभी भी, किसी भी प्रकार की पेनल्टी या अतिरिक्त चार्ज, चार्ज नहीं करेगी ।

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22 COMMENTS

  1. […] Personal Loan; प्रत्येक बैंक और लोन देने वाली संस्थाएं अलग-अलग ब्याज दर और अपनी शर्तों पर लोन देती है। बैंक में लोन अप्लाई करने पर आपको लोन के शुल्क से संबंधित प्रोसेसिंग फीस, प्री क्लोजर चार्ज, लेट पेमेंट चार्ज और बाउंसिंग चार्ज भी बैंक को देना होता है । इसलिए आपको लोन लेने से पहले सभी शर्तों को पढ़ना और समझना चाहिए । […]

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