Hyper Focus : अधिकतम देखा गया है, कि जब लोग तनाव व्यस्त होते हैं या उन काम का बहुत ज्यादा बोझ होता है, तो वह लोग अपने काम पर फोकस नहीं कर पाते हैं। इस वजह से वह डिप्रेशन में चले जाते हैं। तथा अपने काम को बेहतर तरीके से नहीं कर पाते हैं।
Hyper Focus : अपने काम के प्रति हाइपर फोकस करने से आप अपने काम को बहुत अच्छे तरीके से कर सकते हैं। इससे आपको रिजल्ट भी बहुत अच्छे मिलेंगे तथा आपका काम बहुत आसानी से पूरा हो सकेगा। आईए जानते हैं क्या होता है हाइपर फोकस….
Hyper Focus : हाइपरफोकस क्या मायने रखता है ?
Hyper Focus : जब भी हम कोई कर रहे होते हैं, तो हमारा ध्यान लगातार अन्य चीजों में बटा रह सकता है। जैसे किसी भी पल में किसी बात और अगले हम किसी चीज पर ध्यान कर रहे होते हैं। हाइपरफोकस को अपनाने के लिए लोगों विभिन्न प्रकार के उपाय करते हैं।
Hyper Focus : कुछ लोग अपने काम पर पूरा फोकस करने के लिए अपना फोन घर पर छोड़ आते हैं। तो कुछ लोग ऐसे भी होते हैं, जो खाना खाते समय अपने घर का बाई – फाई डिस्कनेक्ट कर देते हैं। इसका मुख्य कारण यह होता है, कि अन्य कनेक्टिविटी हमारे काम और फोकस पर व्यवधान उत्पन्न करती है। किसी भी काम में हाइपर फोकस करने का सर्वोत्तम तरीका होता है, कि उस काम में अपना ध्यान लगाना सीखना। इसलिए आप जब अपना काम कर रहे होते हैं, तो आपको अन्य चीजों के लिए थोड़ा स्पेस देना चाहिए।
Hyper Focus : डिस्ट्रेक्शन से बचें
Hyper Focus : शोधकर्ताओं का मानना है, कि जब हम कोई कार्य करते हैंz तो 40 सेकंड के लिए डिस्ट्रेक्ट हो जाते हैं। या कोई व्यवधान हमारे काम के बीच में आ जाता है। सबसे मजे की बात तो यह होती है, कि व्यवधान बाहर से आता है और डिटेक्शन हम खुद ही क्रिएट कर लेते हैं। इन डिस्ट्रक्शन से बचने के लिए आपको हाइपरफोकस की स्थिति में काम करना आवश्यक होता है।
Hyper Focus : अच्छी तरीके से हाइपरफोकस कैसे करें ?
Hyper Focus : स्मार्टफोन को दूर रखें। क्योंकि कभी-कभी हमारा दिमाग अपना काम करने से बचना चाहता है। और सबसे दिलचस्प चीजों पर ज्यादा फोकस करना चाहता है। तो हमारा फोन उसे इस प्रकार की सुविधा उपलब्ध करा देता है। क्योंकि स्मार्टफोन को हमारे डोपामिन को ट्रिगर करने के लिए बेहतर तरीके से डिजाइन किया गया है। इससे बचने के लिए आपको सबसे पहले यह सोचना होगा, कि आप अपने फोन को कितनी बार देखते हैं? और क्यों देखते हैं?
Hyper Focus : हाइपरफोकस की क्या सीमा है ?
Hyper Focus : आप इस समय में कितनी चीज पर फोकस कर सकते हैं। उसकी सीमा निश्चित की गई है। हमारा दिमाग प्रत्येक सेकंड में एक करोड़ बिट्स रिसीव करने की क्षमता रखता है। इतने सारे बिट्स से रिसीव करने के बाद भी हमारा दिमाग केबल 40 को ही प्रोसेस कर पाता है। यदि हम अपने दिमाग को अपने काम के प्रति हाइपर फॉक्स नहीं कर पाएंगे, तो हमारी ग्रहण करने की क्षमता धीरे-धीरे घाटी जाएगी।
Hyper Focus : खुद से एक सवाल जरूर पूछे ?
Hyper Focus : हम अपने आप को लगातार ऑटो मोड पर चलना पसंद करते हैं। हमारी 40% गतिविधियां वास्तव में हमारी जीवन शैली की आदतें होती है। जिनको करने के लिए हमें प्रयास करने की भी आवश्यकता नहीं होती है। जब भी हम किसी विषय के बारे में अध्ययन करते हैं, तो हमें यह सवाल अपने आप से पूछना चाहिए, कि क्या वास्तव में हम उस पर अटेंशन दे पा रहे हैं। विशेषज्ञों का मानना है, कि जब भी हमारा दिमाग भटक रहा होता है, तो किताब के खुले पन्नों को हमारी आंखें धीमी गति से स्कैन कर पाती हैं, यानी देख पाती हैं।
Hyper Focus : अपनी गतिविधियों पर नजर रखें
Hyper Focus : हमें अपनी उन गतिविधियों पर नजर रखना चाहिए, जो हम अपने जीवन शैली में अपनाते चले आ रहे हैं। आपको यह बात पता करनी चाहिए, कि आप बार-बार सोशल मीडिया में क्यों चले जाते हैं? या आप बार-बार अपना मोबाइल क्यों चेक करते हैं? वास्तव में हम अपने जीवन में जितनी ज्यादा ऑटो पायलट मोड पर जाएंगे। हमारा समय उतना ही ज्यादा बर्बाद होगा। और हम अपने काम पर फोकस नहीं कर पाएंगे। इसलिए हमें अपनी गतिविधियों पर नजर रखना चाहिए।
निष्कर्ष
Hyper Focus : वास्तव में हाइपरफोकस एक ऐसी प्रक्रिया है, जो हमारे काम के प्रति हमें संवेदनशील बनती है। अतः जब भी हम कोई काम करें, तो एकाग्र मन से करें। तथा अपने काम के प्रति पूरी ईमानदारी रखें और उस पर पूरा फोकस करें। अधिकतम देखा गया है, कि जब लोग तनाव व्यस्त होते हैं या उन काम का बहुत ज्यादा बोझ होता है, तो वह लोग अपने काम पर फोकस नहीं कर पाते हैं।
इस वजह से वह डिप्रेशन में चले जाते हैं। तथा अपने काम को बेहतर तरीके से नहीं कर पाते हैं। अपने काम के प्रति हाइपर फोकस करने से आप अपने काम को बहुत अच्छे तरीके से कर सकते हैं। इससे आपको रिजल्ट भी बहुत अच्छे मिलेंगे तथा आपका काम बहुत आसानी से पूरा हो सकेगा।
अक्सर पूछे जाने वाले महत्वपूर्ण प्रश्नोत्तर
प्रश्न- हाइपरफोकस क्या मायने रखता है ?
उत्तर- जब भी हम कोई कर रहे होते हैं, तो हमारा ध्यान लगातार अन्य चीजों में बटा रह सकता है। जैसे किसी भी पल में किसी बात और अगले हम किसी चीज पर ध्यान कर रहे होते हैं। हाइपरफोकस को अपनाने के लिए लोगों विभिन्न प्रकार के उपाय करते हैं।
Hyper Focus : कुछ लोग अपने काम पर पूरा फोकस करने के लिए अपना फोन घर पर छोड़ आते हैं। तो कुछ लोग ऐसे भी होते हैं, जो खाना खाते समय अपने घर का बाई – फाई डिस्कनेक्ट कर देते हैं। इसका मुख्य कारण यह होता है, कि अन्य कनेक्टिविटी हमारे काम और फोकस पर व्यवधान उत्पन्न करती है। किसी भी काम में हाइपर फोकस करने का सर्वोत्तम तरीका होता है, कि उस काम में अपना ध्यान लगाना सीखना। इसलिए आप जब अपना काम कर रहे होते हैं, तो आपको अन्य चीजों के लिए थोड़ा स्पेस देना चाहिए।
प्रश्न- अच्छी तरीके से हाइपरफोकस कैसे करें ?
उत्तर- स्मार्टफोन को दूर रखें। क्योंकि कभी-कभी हमारा दिमाग अपना काम करने से बचना चाहता है। और सबसे दिलचस्प चीजों पर ज्यादा फोकस करना चाहता है। तो हमारा फोन उसे इस प्रकार की सुविधा उपलब्ध करा देता है। क्योंकि स्मार्टफोन को हमारे डोपामिन को ट्रिगर करने के लिए बेहतर तरीके से डिजाइन किया गया है। इससे बचने के लिए आपको सबसे पहले यह सोचना होगा, कि आप अपने फोन को कितनी बार देखते हैं? और क्यों देखते हैं?
प्रश्न- खुद से एक सवाल जरूर पूछे ?
उत्तर- हम अपने आप को लगातार ऑटो मोड पर चलना पसंद करते हैं। हमारी 40% गतिविधियां वास्तव में हमारी जीवन शैली की आदतें होती है। जिनको करने के लिए हमें प्रयास करने की भी आवश्यकता नहीं होती है। जब भी हम किसी विषय के बारे में अध्ययन करते हैं, तो हमें यह सवाल अपने आप से पूछना चाहिए, कि क्या वास्तव में हम उस पर अटेंशन दे पा रहे हैं। विशेषज्ञों का मानना है, कि जब भी हमारा दिमाग भटक रहा होता है, तो किताब के खुले पन्नों को हमारी आंखें धीमी गति से स्कैन कर पाती हैं, यानी देख पाती हैं।
प्रश्न- हाइपरफोकस की क्या सीमा है ?
उत्तर- आप इस समय में कितनी चीज पर फोकस कर सकते हैं। उसकी सीमा निश्चित की गई है। हमारा दिमाग प्रत्येक सेकंड में एक करोड़ बिट्स रिसीव करने की क्षमता रखता है। इतने सारे बिट्स से रिसीव करने के बाद भी हमारा दिमाग केबल 40 को ही प्रोसेस कर पाता है। यदि हम अपने दिमाग को अपने काम के प्रति हाइपर फॉक्स नहीं कर पाएंगे, तो हमारी ग्रहण करने की क्षमता धीरे-धीरे घाटी जाएगी।
प्रश्न- हाइपरफोकस कैसे प्रेरित करें?
उत्तर- हमें अपनी उन गतिविधियों पर नजर रखना चाहिए, जो हम अपने जीवन शैली में अपनाते चले आ रहे हैं। आपको यह बात पता करनी चाहिए, कि आप बार-बार सोशल मीडिया में क्यों चले जाते हैं? या आप बार-बार अपना मोबाइल क्यों चेक करते हैं? वास्तव में हम अपने जीवन में जितनी ज्यादा ऑटो पायलट मोड पर जाएंगे। हमारा समय उतना ही ज्यादा बर्बाद होगा। और हम अपने काम पर फोकस नहीं कर पाएंगे। इसलिए हमें अपनी गतिविधियों पर नजर रखना चाहिए।
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