Government Bond : बाजार में होने वाले उतार-चढ़ाव निवेश के लिए नए मौके प्रदान करता है। जेपी मॉर्गन ग्लोबल इंडेक्स का भारतीय शेयर मार्केट में शामिल होने से, भारतीय शेयर मार्केट में बॉन्ड की डिमांड बहुत ज्यादा मात्रा में बढ़ने लगी है। उनके शामिल होने से यह अनुमान लगाया जा रहा है, कि भारतीय शेयर मार्केट के डेथ मार्केट में लगभग 3.3 लाख करोड रुपए से ज्यादा विदेशी निवेश होगा। इसके चलते शेयर मार्केट में होने वाले उछाल में वृद्धि हो सकती है। अगले दो-तीन साल डेथ शेयर मार्केट के लिए शानदार हो सकते है।
Government Bond : येसे में यदि आप डेथ म्युचुअल फंड में निवेश करते हैं, तो ज्यादा रिटर्न मिलने की संभावना बढ़ सकती है। आप अपनी बचत का एक बड़ा हिस्सा सरकारी बॉन्ड में निवेश करने के लिए उपयोग कर सकते हैं। इसका प्रमुख कारण यह है, कि शेयर मार्केट के दाम गैर वाजिब तरीके से बढ़ते ही चले जा रहे हैं। एक समय ऐसा आएगा जब शेयर मार्केट के दाम में गिरावट आएगी। उस समय आपको द्वारा बॉन्ड या डेथ फंड में किया गया निवेश ज्यादा फायदेमंद होगा।
Government Bond : सरकारी बॉन्ड की कीमत कैसे बढ़ेगी ?
Government Bond : भारतीय बाजार में विदेशी निवेशको की दिलचस्पी बढ़ने की वजह से, भारत के सरकारी बॉन्ड की डिमांड, सप्लाई के मुकाबले ज्यादा हो सकती हैं। ऐसा होने से सरकारी बॉन्ड की कीमत में अधिक उछाल आने की संभावना है। अभी तक भारत देश में बैंक, इंश्योरेंस कंपनियों और म्युचुअल फंड ही भारत सरकार के बॉन्ड के रूप में निवेशकों द्वारा निवेश किया जा रहे हैं। इसलिए आज तक सरकारी बॉन्ड की डिमांड कम थी और उनसे मिलने वाला रिटर्न भी कम था। लेकिन अब भारतीय शेयर मार्केट में सरकारी बॉन्ड के हालात बदल गए हैं। और इस पर किए गए निवेशकों को अधिक रिटर्न मिलने की संभावना बढ़ गई है।
Government Bond : सरकारी बॉन्ड कहा से खरीदे?
Government Bond : भारतीय रिजर्व बैंक ऑफ़ इंडिया ने भारतीय निवेशकों को, सरकारी बॉन्ड में निवेश करने के लिए आरबीआई रिटेल डायरेक्ट स्कीम के माध्यम से अनुमति दी है। सरकारी बॉन्ड को ट्रेजरीडायरेक्ट वेबसाइट या किसी ब्रोकर के माध्यम से खरीदा जा सकता है। इस स्कीम के तहत एक निवेशक कम से कम ₹10000 तक का निवेश सरकारी बॉन्ड के लिए कर सकता है। और सरकारी बॉन्ड में निवेश करने के लिए अधिकतम 2 करोड़ तक की राशि की सीमा रखी गई है।
डेथ फंड या डिटेल डायरेक्टर स्कीम दोनों में से क्या बेहतर है?
Government Bond : डेथ म्युचुअल फंड, अचानक पैसे की जरूरत पड़ने पर सरकारी बॉन्ड या रिटेल डायरेक्ट स्कीम के मुकाबले भुनाने में ज्यादा आसान होते हैं।
डेथ म्युचुअल फंड में ग्रोथ होने पर, होने वाले रिडेंप्शन पर ही टैक्स चुकाना पड़ता है। जबकि रिटेल डायरेक्ट स्कीम में हर साल मिलने वाले ब्याज पर हर साल टैक्स का भुगतान करना होता है।
भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा जब भी व्याज डरें कम की जाती है, तो निवेश डेट फंड की ओर अपना रुझान रख सकते है। जबकि रिटेल डायरेक्ट स्कीम में ऐसा करना आसान नही होता हैं।
Government Bond : सरकारी बॉन्ड में कितने साल तक निवेश कर सकते हैं ?
Government Bond : भारत में महंगाई की दर घटने लगती है, तो भारतीय रिजर्व बैंक पर ब्याज दर घटाने का दबाव बहुत ज्यादा बढ़ जाता है। सरकारी बॉन्ड के मार्केट के लिए यह एक पॉजिटिव संकेत होता है। ब्याज दरों में होने वाली कमी से सरकारी बॉन्ड के दामों में वृद्धि होना आसान हो जाता है। इसके चलते यदि आप दो या तीन साल के लिए निवेश करना चाहते हैं, तो आपको डेट फंड पर निवेश करना चाहिए। यदि आप लंबे समय तक निवेश करना चाहते हैं, तो आपको सरकारी बॉन्ड पर निवेश करना ज्यादा फायदेमंद हो सकता है। इसके लिए आप कम से कम 10 साल तक के लिए निवेश कर सकते हैं।
Government Bond : क्या सरकारी बॉन्ड पर जोखिम की आशंका कम होती है?
Government Bond : भारतीय मार्केट में प्रचलित एफडी या अन्य तरह के इन्वेस्टमेंट की विकल्पों की तुलना में, सरकारी बॉन्ड अधिक ब्याज दरों के लिए पेशकश कर सकते हैं। इसमें शेयर बाजार की तुलना में जोखिम की आवश्यकता बहुत कम होती है। उदाहरण के तौर पर यदि 1 साल में ब्याज दरें, एक प्रतिशत तक घटती हैं, तो 10 साल की सरकारी बॉन्ड पर 10% तक ब्याज दर बढ़ सकता है। इसके अतिरिक्त 7% की नेटपोर्टफोलियो के माध्यम से 6% अधिक रिटर्न मिलने की संभावना बढ़ जाती है। इसलिए इसके चलते सरकारी बॉन्ड पर 16% तक का रिटर्न प्राप्त किया जा सकता है।
निष्कर्ष
Government Bond : आज के समय में सरकारी बॉन्ड सबसे ज्यादा भारतीय शेयर मार्केट में रिटर्न देने वाले इन्वेस्टमेंट बन गए हैं। ऐसे में यदि आप अपने विशेषज्ञों की सलाह से सरकारी बोर्ड पर निवेश करते हैं, तो आपको अधिकतम 16 परसेंट वार्षिक रिटर्न मिलने की संभावना हो सकती है। निवेश करने से पहले अपने वित्तीय सलाहकार से परामर्श जरूर करें।
अक्सर पूछे जाने वाले महत्वपूर्ण प्रश्नोत्तर
प्रश्न- सरकारी बॉन्ड की कीमत कैसे बढ़ेगी ?
उत्तर- Government Bond : भारतीय बाजार में विदेशी निवेशको की दिलचस्पी बढ़ने की वजह से, भारत के सरकारी बॉन्ड की डिमांड, सप्लाई के मुकाबले ज्यादा हो सकती हैं। ऐसा होने से सरकारी बॉन्ड की कीमत में अधिक उछाल आने की संभावना है। अभी तक भारत देश में बैंक, इंश्योरेंस कंपनियों और म्युचुअल फंड ही भारत सरकार के बॉन्ड के रूप में निवेशकों द्वारा निवेश किया जा रहे हैं। इसलिए आज तक सरकारी बॉन्ड की डिमांड कम थी और उनसे मिलने वाला रिटर्न भी कम था। लेकिन अब भारतीय शेयर मार्केट में सरकारी बॉन्ड के हालात बदल गए हैं। और इस पर किए गए निवेशकों को अधिक रिटर्न मिलने की संभावना बढ़ गई है।
प्रश्न- सरकारी बॉन्ड कहा से खरीदे?
उत्तर- Government Bond : भारतीय रिजर्व बैंक ऑफ़ इंडिया ने भारतीय निवेशकों को, सरकारी बॉन्ड में निवेश करने के लिए आरबीआई रिटेल डायरेक्ट स्कीम के माध्यम से अनुमति दी है। सरकारी बॉन्ड को ट्रेजरीडायरेक्ट वेबसाइट या किसी ब्रोकर के माध्यम से खरीदा जा सकता है। इस स्कीम के तहत एक निवेशक कम से कम ₹10000 तक का निवेश सरकारी बॉन्ड के लिए कर सकता है। और सरकारी बॉन्ड में निवेश करने के लिए अधिकतम 2 करोड़ तक की राशि की सीमा रखी गई है।
प्रश्न- डेथ फंड या डिटेल डायरेक्टर स्कीम दोनों में से क्या बेहतर है?
उत्तर- Government Bond : डेथ म्युचुअल फंड, अचानक पैसे की जरूरत पड़ने पर सरकारी बॉन्ड या रिटेल डायरेक्ट स्कीम के मुकाबले भुनाने में ज्यादा आसान होते हैं।
डेथ म्युचुअल फंड में ग्रोथ होने पर, होने वाले रिडेंप्शन पर ही टैक्स चुकाना पड़ता है। जबकि रिटेल डायरेक्ट स्कीम में हर साल मिलने वाले ब्याज पर हर साल टैक्स का भुगतान करना होता है।
भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा जब भी व्याज डरें कम की जाती है, तो निवेश डेट फंड की ओर अपना रुझान रख सकते है। जबकि रिटेल डायरेक्ट स्कीम में ऐसा करना आसान नही होता हैं।
प्रश्न- सरकारी बॉन्ड में कितने साल तक निवेश कर सकते हैं ?
उत्तर- Government Bond : भारत में महंगाई की दर घटने लगती है, तो भारतीय रिजर्व बैंक पर ब्याज दर घटाने का दबाव बहुत ज्यादा बढ़ जाता है। सरकारी बॉन्ड के मार्केट के लिए यह एक पॉजिटिव संकेत होता है। ब्याज दरों में होने वाली कमी से सरकारी बॉन्ड के दामों में वृद्धि होना आसान हो जाता है। इसके चलते यदि आप दो या तीन साल के लिए निवेश करना चाहते हैं, तो आपको डेट फंड पर निवेश करना चाहिए। यदि आप लंबे समय तक निवेश करना चाहते हैं, तो आपको सरकारी बॉन्ड पर निवेश करना ज्यादा फायदेमंद हो सकता है। इसके लिए आप कम से कम 10 साल तक के लिए निवेश कर सकते हैं।
प्रश्न- क्या सरकारी बॉन्ड पर जोखिम की आशंका कम होती है?
उत्तर- Government Bond : भारतीय मार्केट में प्रचलित एफडी या अन्य तरह के इन्वेस्टमेंट की विकल्पों की तुलना में, सरकारी बॉन्ड अधिक ब्याज दरों के लिए पेशकश कर सकते हैं। इसमें शेयर बाजार की तुलना में जोखिम की आवश्यकता बहुत कम होती है। उदाहरण के तौर पर यदि 1 साल में ब्याज दरें, एक प्रतिशत तक घटती हैं, तो 10 साल की सरकारी बॉन्ड पर 10% तक ब्याज दर बढ़ सकता है। इसके अतिरिक्त 7% की नेटपोर्टफोलियो के माध्यम से 6% अधिक रिटर्न मिलने की संभावना बढ़ जाती है। इसलिए इसके चलते सरकारी बॉन्ड पर 16% तक का रिटर्न प्राप्त किया जा सकता है।
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