Skills : अक्सर देखा गया है, कि कई बार बच्चे बड़े हो जाने के बाद भी हर छोटी-छोटी चीजों के लिए दूसरों पर या अपने माता-पिता पर निर्भर रहते हैं। जैसे कि उन्हें किसी समस्या का हल निकालना हो तो, स्वयं प्रयास करने की वजाय बड़ों से उसका हाल पूछने में लग जाते हैं। इसके अतिरिक्त अपना काम खुद करने की जगह दूसरों से करवाना ज्यादा सहज महसूस करते हैं। इस तरह से वे अपने भविष्य के लिए ना तो मानसिक रूप से तैयार हो पाते हैं और ना ही शारीरिक रूप से।
Skills : इसलिए आज के समय में अपने बच्चों को भविष्य की जिम्मेदारियां को निभाने और आत्मनिर्भर बनाने के लिए उम्र के अलग-अलग पड़ाव में अलग-अलग प्रकार की कौशल विकास की आवश्यकता होती है। ताकि आपके बच्चे में किसी भी तरह की समस्याओं का सामना करने में सक्षम हो। जब तक आप अपने बच्चों को अलग-अलग कौशलों से परिचित नहीं करवाएंगे, तब तक बच्चों की गुणवत्ता और जिम्मेदारियां में निखार नहीं आएगा। इसलिए उम्र के अनुसार बच्चों की कौशल में निखार लाना बहुत आवश्यक होता है।
Skills : 2 से 3 साल के बच्चों के लिए कौशल
Skills : दो या तीन साल की उम्र के बच्चे दुनियादारी को समझने की कोशिश करते हैं। इस उम्र में बच्चों को छोटे-छोटे काम करना जरूर सीखना चाहिए। साथ ही उनका काम करने में मदद भी करना चाहिए।
अनुशासन और जिम्मेदारी
Skills : इस उम्र में बच्चों को अनुशासन व जिम्मेदारी सिखाना बहुत आवश्यक होता है। इसलिए बच्चों से को शिखाए कि खेलने के बाद उन्हें अपने खिलौने को सही स्थान पर रखना चाहिए। हो सकता है वह ऐसा करने में असमर्थ रहें । इसलिए आप उनकी खिलौना रखवाने में मदद कर सकते हैं।
साफ़ सफाई की आदत
Skills : अपने बच्चों को सिखाएं कि खाना खाने के बाद व पहले हाथ धोना बहुत आवश्यक होता है। सुबह उठने के बाद ब्रश करना और रात को सोने के पहले ब्रश करना भी आवश्यक होता है। जब भी खाना खाने बैठे हैं तो चटाई जरूर बिछाना चाहिए। इससे बच्चों को आप साफ सफाई रखने का कौशल सिखा सकते हैं।
सांझा करना
Skills : अपने बच्चों को मिल बांटकर खाना खाना और खिलौने दूसरे बच्चों में शेयर करना जरूर सिखाए। ऐसा करने से आपके बच्चे मैं सामंजस्य का कौशल उत्पन्न होगा।
Skills : 4 से 5 साल के बच्चों के लिए कौशल
Skills : 4 से 5 साल की उम्र में बच्चे थोड़ा स्वतंत्र तरीके से जीना शुरु करते हैं। इस उम्र में बच्चों को अतिरिक्त जानकारियां व जिम्मेदारियां सिखाई जा सकती है।
नाम, पता और नंबर
Skills : इस उम्र में बच्चों को अपना नाम, पता, अपने माता-पिता का नाम और घर का मोबाइल नंबर याद करवाना बहुत आवश्यक होता है। ताकि कभी जरूरत पड़ने पर वह अपनी व अपने परिवार की पहचान दे सके।
आत्मनिर्भरता
Skills : बच्चों को अपनी चीजें चुनने का अवसर प्रदान करें । जैसे वह क्या कपड़े पहनना चाहते हैं, या किस तरह के खिलौने से खेलना चाहते हैं। यह उन्हें खुद चयन करने का मौका दें। ऐसा करने से उनमें आत्मनिर्भरता और निर्णय लेने की क्षमता बढ़ने लगेगी।
शिष्टाचार
Skills : इस उम्र में बच्चों को शिष्टाचार सिखाना बहुत आवश्यक होता है। जैसे कोई उनकी मदद कर रहा है तो उन्हें “धन्यवाद” कहना सिखाएं, किसी से कुछ सामान चाहिए तो “कृपया” जैसे अनुमोदन शब्द सिखाएं, अगर कोई गलती कर देते है तो “मुझे माफ करना” जैसे शब्द सिखाएं। यह बच्चों को सिर्फ बोलना ही नहीं, बल्कि महसूस करना भी सिखाना बहुत आवश्यक होता है। ताकि वे समझदार होने लगे।
Skills : 6 से 7 साल के बच्चों के लिए कौशल
Skills : इस उम्र के बच्चों में अक्सर समस्याओं का समाधान करने की क्षमता बढ़ने लगती है। अतः उन्हें व्यावहारिक कौशल सिखाना बहुत आवश्यक होता है।
घरेलू काम
Skills : इस उम्र में बच्चों से घर के छोटे-छोटे काम करवाना बहुत आवश्यक होता है। जैसे बिस्तर ठीक करना, बर्तन सिंक में रखना, पौधों में पानी देना आदि। ऐसा करने से बच्चों में देखभाल करने की कौशलता निखरेगी।
खानपान की तैयारी
Skills : इस उम्र में बच्चों को किचन से जुड़े हुए कुछ छोटे-छोटे काम करना भी सिखाना बहुत आवश्यक है। जैसे थाली में भोजन परोसना, टोकरी में फल धो कर रखना, गिलास में पानी भरना, लोगों को खाना परोसना आदि
समय का प्रबंधन
Skills : इस उम्र में बच्चों को समय का प्रबंध करना जरूर सिखाएं। उनके पूरे दिन की दिनचर्या बनाकर उन्हें बताएं, कि उन्हें किस टाइम खेलना है, किस टाइम पढ़ाई करना व किस टाइम आराम करना है। इन सभी कार्यों के बीच में समय का संतुलन होना बहुत आवश्यक होता है।
Skills : 8 से 9 साल के बच्चों के लिए कौशल
Skills : इस समय बच्चों का मानसिक विकास शुरू हो जाता है। और उनके अंदर आत्म नियंत्रण की भावना विकसित होने लगती है। उन्हें सामाजिक और व्यावहारिक कौशल सिखाने के लिए यह बहुत सही समय होता है।
पैसे की बचत
Skills : इस समय बच्चों को आर्थिक रूप से खुद को आत्मनिर्भर बनाए रखने की शिक्षा देना बहुत आवश्यक होता है। यह भी ध्यान देना जरूरी होता है, कि जब भी उन्हें आप जेब खर्च के लिए पैसे दे, तो उन्हें उस पैसे से बचत करने के लिए प्रेरित करें। ताकि इससे भविष्य में वह अपने पैसों को बचाने का कौशल सीख सके।
साइबर सुरक्षा
Skills : आज के समय में ऑनलाइन शिक्षा लेने का विशेष दौर चल रहा है। ऐसे में अपने बच्चों को साइबर सुरक्षा से बचाना भी बहुत आवश्यक होता है। उसके लिए आप उन्हें साइबर सुरक्षा से जुड़े कुछ नियम जरूर सिखाएं। ताकि वह साइबर अपराधी खतरों से सुरक्षित रहें।
टीम वर्क
Skills : इस उम्र में बच्चों को टीमवर्क सिखाना बहुत आवश्यक होता है। ताकि वह अन्य बच्चों के साथ मिलकर अपने काम को जल्दी व बेहतर बना सके।
Skills : किशोरावस्था के बच्चों के लिए कौशल
Skills : प्राय: 10 साल से ज्यादा उम्र के बच्चे किशोर अवस्था में आ जाते हैं। और इस अवस्था में आने पर बच्चों को अपने काम के प्रति निर्णय लेने की क्षमता होना बहुत आवश्यक होता है। इस समय आप अपनी बच्चों को घर और समाज के प्रति जिम्मेदारियां से अवगत अवश्य करें।
समस्याओं का हल
Skills : इस उम्र में बच्चों को छोटी-छोटी समस्याओं से सुलझने का खुद मौका दें। ताकि वह उन समस्याओं का समाधान आसानी से कर सकें। आप उन्हें निर्णय लेने और समस्याओं से निपटारा करने की लिए प्रेरित कर सकते हैं। ताकि उनका आत्मविश्वास बना रहे।
अन्य कामों में मदद
Skills : इस उम्र के बच्चों से आप अपने घर के अन्य कामों में मदद ले सकते हैं। घर की छोटी-छोटी जिम्मेदारियां भी उन पर छोड़ सकते हैं।
सामाजिक जिम्मेदारियां
Skills : इस उम्र के बच्चों को समाज और परिवार की प्रति जिम्मेदारियां का एहसास दिलाना बहुत आवश्यक होता है। उन्हें समाज के छोटे-छोटे कार्यक्रमों में शामिल जरूर करें। व परिवार की छोटी-छोटी खुशियों में उन्हें भूमिका निभाने का मौका दें।
निष्कर्ष
Skills : आज के समय में बच्चों में किताबी ज्ञान के साथ-साथ व्यवहारिक कौशलता का भी होना बहुत आवश्यक होता है। यदि यह कौशल आप उन्हें समय रहते दे सके तो उनका भविष्य निखर जाएगा।
अक्सर पूछे जाने वाले महत्वपूर्ण प्रश्नोत्तर
प्रश्न- क्या कौशल या योग्यता की आवश्यकता है?
उत्तर- आज के समय में अपने बच्चों को भविष्य की जिम्मेदारियां को निभाने और आत्मनिर्भर बनाने के लिए उम्र के अलग-अलग पड़ाव में अलग-अलग प्रकार की कौशल विकास की आवश्यकता होती है। ताकि आपके बच्चे में किसी भी तरह की समस्याओं का सामना करने में सक्षम हो। जब तक आप अपने बच्चों को अलग-अलग कौशलों से परिचित नहीं करवाएंगे, तब तक बच्चों की गुणवत्ता और जिम्मेदारियां में निखार नहीं आएगा। इसलिए उम्र के अनुसार बच्चों की कौशल में निखार लाना बहुत आवश्यक होता है।
प्रश्न- 2 से 3 साल के बच्चों के लिए कौन से कौशल आवश्यक हैं?
उत्तर- दो या तीन साल की उम्र के बच्चे दुनियादारी को समझने की कोशिश करते हैं। इस उम्र में बच्चों को छोटे-छोटे काम करना जरूर सीखना चाहिए। साथ ही उनका काम करने में मदद भी करना चाहिए।
प्रश्न- 4 से 5 साल के बच्चों के लिए कौन से कौशल आवश्यक हैं?
उत्तर- 4 से 5 साल की उम्र में बच्चे थोड़ा स्वतंत्र तरीके से जीना शुरु करते हैं। इस उम्र में बच्चों को अतिरिक्त जानकारियां व जिम्मेदारियां सिखाई जा सकती है।
प्रश्न- 6 से 7 साल के बच्चों के लिए कौन से कौशल आवश्यक हैं?
उत्तर- इस उम्र के बच्चों में अक्सर समस्याओं का समाधान करने की क्षमता बढ़ने लगती है। अतः उन्हें व्यावहारिक कौशल सिखाना बहुत आवश्यक होता है।
प्रश्न- 8 से 9 साल के बच्चों के लिए कौन से कौशल आवश्यक हैं?
उत्तर- इस समय बच्चों का मानसिक विकास शुरू हो जाता है। और उनके अंदर आत्म नियंत्रण की भावना विकसित होने लगती है। उन्हें सामाजिक और व्यावहारिक कौशल सिखाने के लिए यह बहुत सही समय होता है।
प्रश्न- किशोरावस्था के बच्चों के लिए कौन से कौशल आवश्यक हैं?
उत्तर- प्राय: 10 साल से ज्यादा उम्र के बच्चे किशोर अवस्था में आ जाते हैं। और इस अवस्था में आने पर बच्चों को अपने काम के प्रति निर्णय लेने की क्षमता होना बहुत आवश्यक होता है। इस समय आप अपनी बच्चों को घर और समाज के प्रति जिम्मेदारियां से अवगत अवश्य करें।
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