जब मनुष्य को सामान्य परिस्थितियों में भी सांस लेने में अधिक कठिनाई महसूस होने लगती है, तो सांस फूलना असमान्य माना जाता है। ऐसी स्थिति में लोगों को सीने में जकड़न, भारीपन और सांस लेने के दौरान अधिक थकान का अनुभव होने जैसी समस्या होती है।
सांस फूलने का सीधा संबंध हमारे दिल की बीमारी के साथ होता है। जब हमारा हृदय ठीक तरह से काम नहीं कर पाता है, तो शरीर को आवश्यक रूप से पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन नहीं मिल पाती है।
फेफड़े हमारे शरीर में ऑक्सीजन पहुंचाने का मुख काम करते हैं। इसलिए यदि हमारे फेफड़ों में कोई समस्या होती है, तो हमें सांस लेने में अधिक कठिनाई महसूस होती है।
अत्यधिक मोटापा सांस फूलने का मुख्य कारण हो सकता है। जब किसी व्यक्ति का वजन सामान्य मात्रा से अधिक हो जाता है, तो उसके हृदय और फेफड़ों पर अतिरिक्त दबाव उत्पन्न होने लगता है। जिससे शरीर को अधिक मात्रा में ऑक्सीजन ग्रहण करने की आवश्यकता होती है।