घर के बाहर खेले जाने वाले खेल से बच्चों में शारीरिक विकास बढ़ने लगता है। जिससे उनकी शारीरिक प्रतिरक्षा प्रणाली भी काफी मजबूत हो जाती है। यह प्रणाली बच्चों को बीमारियों से लड़ने में सहायता करती हैं।
आज के समय में बच्चे पढ़ाई के साथ-साथ अन्य कई प्रकार के तनाव से गुजर रहे हैं। यदि बच्चे घर के बाहर खेलने जाते हैं, तो उनके दैनिक तनाव से कुछ देर के लिए छुटकारा मिल जाता है। जिससे बच्चों की मानसिक स्थिति बेहतर होने लगती है।
घर के बाहर खेले जाने में खेल में बच्चों को सामूहिकता के साथ मिलकर काम करने की प्रेरणा मिलती है। क्योंकि यह खेल टीम के साथ खेले जाते हैं। बच्चों को यह भी एहसास होने लगता है, की टीम के साथ मिलकर काम करने से काम आसानी से हो जाता है।