भगवान श्री गणेश की आराधना में वर्णित मंत्र ” कपित्थजम्बू फल चारु भक्षणम” मैं भगवान श्री गणेश को कबीट, जामुन और केसर का सेवन करते हुए देखा गया है। इस मंत्र के पीछे भी भगवान गणेश की बहुत रोचक कथा है।
भगवान गणेश के सबसे प्रिय भोजन लड्डू, मोदक और गन्ना रहा है। इस पर माता पार्वती को उनके स्वास्थ्य को लेकर चिंता होने लगी, कि इतने मीठे पदार्थ का अत्यधिक सेवन करने से गणेश जी का स्वास्थ खराब हो सकता है।
भगवान गणेश ने अपनी माता पार्वती की चिंता को समझ कर कहा, कि अब वह कबीट का फल, जामुन और केसर का सेवन करेंगे। यह आहार न केवल उनके स्वास्थ्य की रक्षा करेंगा, बल्कि उनके भक्तों को भी रोगों से मुक्त करने में मदद करेंगा।
भगवान गणेश जी ने अपनी माता की चिंता को दूर करते हुए अपने आहार शैली में बदलाव किया। और अपने भक्तों को भी संदेश दिया, कि स्वास्थ्य और शुद्धता का महत्व सर्वोपरि होना बहुत आवश्यक है। इस कथा के आधार पर भक्त गणेश जी की आराधना करते हैं