पुराणों और ग्रंथो में लिखा है, कि परोपकार करने से जो आनंद और उत्साह प्राप्त होता है, वह अनन्य है।
पुराणों में भी लिखा है कि “तमसो मा ज्योतिर्गमय” जिसका अर्थ होता है”अंधेरे से उजाले की ओर जाना”।
वेदों में मां लक्ष्मी को राजसिक शक्ति माना गया है, यानी मां लक्ष्मी आनंद और सुख देने वाली शक्ति कहलाती है।
दीपावली के पावन पर्व में घर की महिलाओं को 16 सिंगार करके माता लक्ष्मी जी की अगवानी करना ज्यादा पवित्र माना गया है।
पुराणों में ऐसा वर्णन है, कि प्रत्येक माह की आने वाली अमावस्या को पितरों की तिथि माना जाता है।
पुराणों और ग्रंथो में कार्तिक महीने की अमावस्या को कालरात्रि माना गया है।