इस उम्र में बच्चों से घर के छोटे-छोटे काम करवाना बहुत आवश्यक होता है। जैसे बिस्तर ठीक करना, बर्तन सिंक में रखना, पौधों में पानी देना आदि। ऐसा करने से बच्चों में देखभाल करने की कौशलता निखरेगी।
इस उम्र में बच्चों को किचन से जुड़े हुए कुछ छोटे-छोटे काम करना भी सिखाना बहुत आवश्यक है। जैसे थाली में भोजन परोसना, टोकरी में फल धो कर रखना, गिलास में पानी भरना, लोगों को खाना परोसना आदि
इस उम्र में बच्चों को समय का प्रबंध करना जरूर सिखाएं। उनके पूरे दिन की दिनचर्या बनाकर उन्हें बताएं, कि उन्हें किस टाइम खेलना है, किस टाइम पढ़ाई करना व किस टाइम आराम करना है। इन सभी कार्यों के बीच में समय का संतुलन होना बहुत आवश्यक होता है।