इस उम्र में बच्चों को अपना नाम, पता, अपने माता-पिता का नाम और घर का मोबाइल नंबर याद करवाना बहुत आवश्यक होता है। ताकि कभी जरूरत पड़ने पर वह अपनी व अपने परिवार की पहचान दे सके।
बच्चों को अपनी चीजें चुनने का अवसर प्रदान करें । जैसे वह क्या कपड़े पहनना चाहते हैं, या किस तरह के खिलौने से खेलना चाहते हैं। यह उन्हें खुद चयन करने का मौका दें। ऐसा करने से उनमें आत्मनिर्भरता और निर्णय लेने की क्षमता बढ़ने लगेगी।
इस उम्र में बच्चों को शिष्टाचार सिखाना बहुत आवश्यक होता है। जैसे कोई उनकी मदद कर रहा है तो उन्हें “धन्यवाद” कहना सिखाएं, किसी से कुछ सामान चाहिए तो “कृपया” जैसे अनुमोदन शब्द सिखाएं, अगर कोई गलती कर देते है तो “मुझे माफ करना” जैसे शब्द सिखाएं।