आज के समय में कई उपासक ऐसे होते हैं, जो सुबह पूजा होने तक निराहार रहते हैं। अर्थात फलाहार नहीं करते हैं। ऐसे उपासक प्रातः चाय के साथ कुछ खा सकते हैं। उनके लिए सुझाव है, कि वे चाय या पानी के साथ अखरोट की गिरी व थोड़े बादाम का सेवन जरूर करें।
सुबह यदि उपासक 100 मिलीग्राम दूध या दही के साथ केले का सेवन करते हैं, तो उनके शरीर को पर्याप्त मात्रा में खनिज की प्राप्ति होगी। उपासक यदि चाहे तो एक छोटी कटोरी में कटे हुए मौसमी फल भी नाश्ते के रूप में ले सकते हैं।
आप सेंधा नमक डालकर लस्सी पी सकते हैं। यदि आप लस्सी नहीं पीना चाहते हैं, तो एक गिलास दूध में आधा चम्मच तिल और बादाम का पाउडर डालकर पी सकते हैं। दूध को मीठा करने के लिए व उसमें ऊर्जा बढ़ाने के लिए आप किशमिश, मुनक्का या छुआरों को भी मिल सकते हैं।
अपने फलाहार में खट्टे फल को जरूर शामिल करें। इसके लिए आप मौसंबी का सेवन कर सकते हैं। इससे आपके शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता बनी रहेगी और विटामिन सी की मात्रा भी मिल जाएगी।
– लौकी और दूध की राबड़ी। – केला और नारियल का मिल्क शेक। – बादाम ग्रेवी दूधी कोफ्ता। – शकरकंद और अनार की चाट। – बादाम केसर बर्फी। – फ्राइड चीज पपीता।