शाम को फलाहार करने वालों को अपने आहार में केला, पपीता और चीकू अर्थात गुदे वाले फल का सेवन करना चाहिए। इससे उपासक के शरीर में पर्याप्त ऊर्जा बनी रहेगी और खनिज भी मिलते रहेंगे। अपने आहार में चुनी हुई फलों में आप शहद व नींबू का रस डालकर भी खा सकते हैं।
कई उपासक येसे होते हैं, जो दिन में फलाहारी तथा शाम को व्रत्तहारी भोजन करते हैं। ऐसे उपासक शाम के समय सिंघाड़े की आटे की रोटी बनाकर खा सकते हैं। शाम को एक कटोरी मौसमी सब्जी बनाकर ले सकते हैं।
उपासक को दिन भर में ज्यादा खजूर नहीं खाना चाहिए। शरीर में पानी की कमी दूर करने के लिए पर्याप्त पानी पीते रहना चाहिए। इसके अतिरिक्त आप नारियल पानी या नींबू पानी का उपयोग भी कर सकते हैं।
– लौकी और दूध की राबड़ी। – केला और नारियल का मिल्क शेक। – बादाम ग्रेवी दूधी कोफ्ता। – शकरकंद और अनार की चाट। – बादाम केसर बर्फी। – फ्राइड चीज पपीता।