पानी केवल आपकी प्यास ही नहीं बुझाता है, बल्कि पानी पीने से हमारे शरीर में सबसे ज्यादा कैलोरी बढ़ने लगती है। इस प्रक्रिया को रेस्टिंग एनर्जी एक्सपेंडिचर कहा जाता है। शोधकर्ताओं ने पानी पर किए शोध से यह पाया है
एंटीबायोटिक का उपयोग सावधानीपूर्वक करना चाहिए, यह हमारे इम्यूनिटी सिस्टम को प्रभावित करता है। एंटीबायोटिक हमारे शरीर में सिर्फ बैक्टीरियल संक्रमण के लिए कारगर साबित हुआ है। यदि कोई वायरल इंफेक्शन है
यदि आप अपने शरीर में विटामिन डी को संतुलन में रखते है, तो होने वाले संक्रामक से आपको सुरक्षा प्रदान होगी। विटामिन डी की कमी से ऑटोइम्यून बीमारियों और अन्य संक्रमण का खतरा अधिक हो जाता है।
अपने शरीर में होने वाले तनाव को नियंत्रित करने के लिए योग साधना करनी चाहिए। योग साधना से हार्मोन कार्टिसोल नियंत्रण रहता है और शरीर का तनाव कमता है। सबसे पहले तो आपका अंदर बदलाव होना जरूरी है।
भरपूर नींद संक्रमण से बचाने के लिए साइटोकीन नाम का प्रोटीन बनाता है। हमारे शरीर में इम्यूनिटी पावर को बढ़ाने के लिए, हमें पर्याप्त मात्रा में नींद लेना बहुत जरूरी होता है। जब हम सोते हैं तो हमारा शरीर इम्यून सिस्टम साइटोकाइन नाम का प्रोटीन उत्पन्न करता है।