जब भी हम कोई कर रहे होते हैं, तो हमारा ध्यान लगातार अन्य चीजों में बटा रह सकता है। जैसे किसी भी पल में किसी बात और अगले हम किसी चीज पर ध्यान कर रहे होते हैं। हाइपरफोकस को अपनाने के लिए लोगों विभिन्न प्रकार के उपाय करते हैं।
शोधकर्ताओं का मानना है, कि जब हम कोई कार्य करते हैंz तो 40 सेकंड के लिए डिस्ट्रेक्ट हो जाते हैं। या कोई व्यवधान हमारे काम के बीच में आ जाता है। सबसे मजे की बात तो यह होती है, कि व्यवधान बाहर से आता है और डिटेक्शन हम खुद ही क्रिएट कर लेते हैं।
स्मार्टफोन को दूर रखें। क्योंकि कभी-कभी हमारा दिमाग अपना काम करने से बचना चाहता है। और सबसे दिलचस्प चीजों पर ज्यादा फोकस करना चाहता है। तो हमारा फोन उसे इस प्रकार की सुविधा उपलब्ध करा देता है।
आप इस समय में कितनी चीज पर फोकस कर सकते हैं। उसकी सीमा निश्चित की गई है। हमारा दिमाग प्रत्येक सेकंड में एक करोड़ बिट्स रिसीव करने की क्षमता रखता है। इतने सारे बिट्स से रिसीव करने के बाद भी हमारा दिमाग केबल 40 को ही प्रोसेस कर पाता है।
हम अपने आप को लगातार ऑटो मोड पर चलना पसंद करते हैं। हमारी 40% गतिविधियां वास्तव में हमारी जीवन शैली की आदतें होती है। जिनको करने के लिए हमें प्रयास करने की भी आवश्यकता नहीं होती है।
हमें अपनी उन गतिविधियों पर नजर रखना चाहिए, जो हम अपने जीवन शैली में अपनाते चले आ रहे हैं। आपको यह बात पता करनी चाहिए, कि आप बार-बार सोशल मीडिया में क्यों चले जाते हैं? या आप बार-बार अपना मोबाइल क्यों चेक करते हैं?