ऐसे बने हुए शख्त नियम से बच्चे पहले ना खुश होंगे। लेकिन धीरे-धीरे वह इसमें ढल जाएंगे। फिर उनके चेहरे पर मुस्कुराहट लौट आएंगी। और बच्चे अपने खिलौने के साथ भी खेल लगेंगे।

पहले बच्चे फोन पर बात करते समय या आपस में बात करते समय बीच में तंग किया करते थे। लेकिन नियम बनाने के बाद बच्चे धीरे-धीरे सौम्य और व्यवहारिक हो जाएंगे। वह आपसे बड़े आदर से बात करना शुरू कर देंगे।

नियमित पुस्तक पढ़ने की आदत से बच्चों के स्कूल के नतीजे में सकारात्मक प्रभाव देखने को मिलेगा। वे अपनी पढ़ाई बड़ी आसानी से पूरा कर लिया करेंगे। तथा अपने स्कूल का काम भी आसानी से कर लिया करेंगे।