आज के समय में बच्चों की जीवन शैली का आहार प्रोसेस्ड फूड, तला हुआ खाद्य पदार्थ, जंक फ़ूड पर निर्धारित है। इस आहार में बहुत ज्यादा मात्रा में कैलोरी शक्कर और बसा पाया जाता है। जो उनके शरीर के लिए बहुत नुकसान दायक को सकता है।
आज के समय में बच्चों का अधिकतम समय मोबाइल और टीवी स्क्रीन के सामने निकल जाता है। इस वजह से उनका शारीरिक व्यायाम नहीं हो पाता है। जिससे उनका वजन भी बढ़ने लगता है। और वह मोटापे की शिकार हो जाते हैं।
यदि परिवार के किसी सदस्य में मधुमेह की समस्या है, तो इसके लक्षण भी बच्चों में फैलने की संभावना ज्यादा रहती है। यह एक आनुवांशिक कारणों से होता है। जहां बच्चों के माता-पिता से मधुमेह का जीन उनके शरीर में भी मिल जाता है।
आज के समय बच्चों की जीवन शैली में बढ़ता हुआ तनाव, पढ़ाई, पारिवारिक समस्याएं भी बच्चों के शारीरिक स्वास्थ्य पर विशेष असर डाल सकता है। तनाव के कारण बच्चों की हार्मोनल बदलाव होने से मधुमेह स्तर बढ़ने लगता है।