व्यक्तिगत परिचय
बुंदेलखंड केसरी के नाम से विख्यात महाराजा छत्रसाल का जन्म ज्येष्ठ शुक्ल पक्ष की तृतीया में संवत 1706 को टीकमगढ़ जिले के मोर पहाड़ी नामक स्थान पर हुआ था।
वीरांगना लाल कुंवरी
छत्रसाल की मां का नाम लाल कुंवरी था लाली लाल कुंवरी बहुत ही वीरांगना महिला थी।
सुरक्षा और शिक्षा
महज 11 वर्ष की आयु में ही बालक ने पढ़ाई लिखाई के साथ अस्त्र-शस्त्र के संचालन में निपुणता हासिल कर ली थी।
वीरता और युद्ध कौशल
वीर छत्रसाल ने उनको ललकारा और अकेले ही कई सैनिकों के साथ उनके नायक को भी मौत के घाट उतार दिया। शेष बचे हुए मुगल सैनिक जान बचाकर भाग गए।