Guests Become Hosts : भारत देश में शादी विवाह चर्चाओं का केंद्र बनी रहती है। शादी विवाह का आयोजन होने से पहले, आयोजन होने के दौरान और आयोजन हो जाने के बाद भी इसकी चर्चा कई सालों तक चलती रहती है। जिस परिवार के घर में शादी विवाह का आयोजन है। बह परिवार अपनी तरफ से शादी विवाह में कितना भी इंतजाम कर ले, लेकिन उनके मेहमानों को वह इंतजाम पसंद ही नहीं आता है। और विभिन्न प्रकार की शिकायत शुरू कर देते है। शिकायतों की शुरुआत कार्ड में लिखे नाम से शुरू की जाती है। और विवाह के बाद मेहमानों की विदाई तक खत्म होती है।
Guests Become Hosts : घर में शादी होने के दौरान परिवार के मुखिया या माता-पिता सबसे ज्यादा चिंतित होते हैं। उनके चिंतित होने का कारण घर में शादी का माहौल या शादी में होने वाली थकावट नहीं होती है। बल्कि मुख्य कारण उनके मेहमानों और रिश्तेदारों की शिकायतों की चर्चा होती है। जो शादी समारोह से लेकर कई वर्षों तक चलती रहती है। अमूनन मेहमानों और रिश्तेदारों को यह लगता है, की शादी समारोह में उनके स्वागत में किसी न किसी प्रकार की कमी देखी गई थी। और इसी की शिकायत देकर बह परिवार में ताना कसते रहते हैं।
Guests Become Hosts : इसलिए शादी विवाह के शुभ अवसर पर मेहमान और रिश्तेदारों को इस बात का ध्यान रखना चाहिए, कि “मेहमान बने मेज़वान”
ताकि विवाह की पारंपरिक विधि का लुफ्त खुशियों के साथ उठा सके।
Guests Become Hosts : कौन लेकर आएगा ?
Guests Become Hosts : मेहमान और रिश्तेदारों की सबसे बड़ी शिकायत यह होती है, कि शादी विवाह के आयोजित स्थान पर उन्हें कौन लेकर आएगा। वैसे तो परिवार का मुखिया आवागमन के लिए किसी न किसी प्रकार से वाहन की व्यवस्था कर देता है। इसकी अतिरिक्त अगर वाहन की व्यवस्था नहीं है, तो आज के समय में वाहन सेवाओं की कोई कमी भी नहीं है। अतः अपनी व्यवस्था के अनुसार आयोजन स्थल पर वाहन करके पहुंचना ही मेहमानों की सबसे बड़ी जिम्मेदारी होती है। यदि आप अनजान जगह पर हैं, तो आयोजन स्थल की लाइव लोकेशन मांग सकते हैं।
Guests Become Hosts : कहां ठहरेंगे ?
Guests Become Hosts : मेहमानों और रिश्तेदारों की सबसे बड़ी शिकायत यह होती है, कि आयोजन स्थल पर भी कहां ठहरेंगे। वैसे तो परिवार के मुखिया ने अपने मेहमान और रिश्तेदारों की ठहरने की तरह व्यवस्था कर दी होगी। इसके अतिरिक्त भी यदि आपको किसी आवश्यक सुविधा की कमी महसूस हो रही है, आप उनसे तुरंत बात कर सकते हैं।
Guests Become Hosts : दैनिक क्रियाओं की व्यवस्था
Guests Become Hosts : यदि ठहरने वाली जगह में दैनिक क्रियाये जैसे गर्म में पानी, सुबह की चाय, मंजन, नहाने का साबुन आदि कि नहीं हो पाई है। तो आप मेजबान से बात कर सकते हैं तथा उन्हें सुविधा उपलब्ध कराने के लिए अनुरोध कर सकते हैं। ऐसे माहौल में व्यर्थ की बातें करना अपनी मान को कम करने के बराबर है। अपने मेजबान के सामने सलीके से पेश आना आपकी परिवार में इज्जत बढ़ाने में मदद करेगा।
Guests Become Hosts : क्या खायेंगे ?
Guests Become Hosts : अगर आपके दैनिक दिनचर्या के अनुसार किसी खाद्य पदार्थ का सेवन करने से आपको एलर्जी है, तो आप उसके लिए मना कर सकते हैं। अन्यथा किसी भी प्रकार से खाना खाने के लिए मना करने करना, आपका नखरा माना जाएगा। सीधा मकसद निकाला जा सकता है, कि आप अपनी ही परिजनों का अपमान करने पर तले हुए हैं। शादी विवाह में अधिकांश लोगों की रुचि खाने पीने में ज्यादा होती है।
यह बात खाने-पीने का इंतजाम करने वाले लोग भी जानते हैं। इसलिए वह भी अपने मेहमान और रिश्तेदारों की आओ भगत करने में किसी भी प्रकार से कोई कमी नहीं रखते। इसलिए अपनी तरफ से किसी भी प्रकार की कसर ना रखें और शांतिपूर्ण ढंग से विवाह का आनंद लें ।
Guests Become Hosts : मीठा और स्टार्टर कम हैं
Guests Become Hosts : भोजन की व्यवस्था करने वाले लोग जानते हैं, कि खाने की प्लेट का इंतजाम प्रति प्लेट के हिसाब से होता है। और एक प्लेट में एक इंसान के लिए हर प्रकार की वस्तु शामिल हो जाए यह भी निर्धारित किया जाता है। अगर कोई व्यक्ति सिर्फ मीठी या स्टार्टर पर हमला बोल देता है, तो भोजन का संतुलन बिगड़ जाना संभव हो जाता है। ऐसे में मीठा और स्टाटर कम पड़ जाता है। और मेहमान और रिश्तेदार शिकायत करने लगते हैं जो कि गलत है।
Guests Become Hosts : सो कर लेट उठना
Guests Become Hosts : शादी विवाह के समय में हर काम वक्त पर हो तो ज्यादा अच्छा होता है। बच्चों का देर से सो कर उठना, बड़े आराम से तैयार होना और देरी से चाय नाश्ते की डिमांड करना, और न आने पर शिकायत करना उचित नहीं माना गया है। इसलिए इस तरह की शिकायत करने से बचें।
निष्कर्ष
Guests Become Hosts : शादी विवाह के माहौल में परिवार वाले लोग शादी के कार्यक्रमों की व्यवस्था करने में व्यस्त रहती है। इसलिए वह अपने मेहमानों और रिश्तेदारों पर पर्याप्त ध्यान नहीं दे पाते हैं। रिश्तेदारों और मेहमानों को भी इस बात का ख्याल रखना चाहिए, कि वह अपने करीबी की शादी में आए हैं। और शादी के माहौल को बिगड़ना नहीं चाहते। बेफिजूल की शिकायत करने से बचने की कोशिश करना चाहिए। तथा परिवार में अपनी इज्जत को बरकरार बनाए रखने की भी कोशिश करनी चाहिए।
अक्सर पूछे जाने वाले महत्वपूर्ण प्रश्नोत्तर
प्रश्न- हमें कौन लेकर आएगा ?
उत्तर- मेहमान और रिश्तेदारों की सबसे बड़ी शिकायत यह होती है, कि शादी विवाह के आयोजित स्थान पर उन्हें कौन लेकर आएगा। वैसे तो परिवार का मुखिया आवागमन के लिए किसी न किसी प्रकार से वाहन की व्यवस्था कर देता है। इसकी अतिरिक्त अगर वाहन की व्यवस्था नहीं है, तो आज के समय में वाहन सेवाओं की कोई कमी भी नहीं है। अतः अपनी व्यवस्था के अनुसार आयोजन स्थल पर वाहन करके पहुंचना ही मेहमानों की सबसे बड़ी जिम्मेदारी होती है। यदि आप अनजान जगह पर हैं, तो आयोजन स्थल की लाइव लोकेशन मांग सकते हैं।
प्रश्न- हम कहां ठहरेंगे ?
उत्तर- मेहमानों और रिश्तेदारों की सबसे बड़ी शिकायत यह होती है, कि आयोजन स्थल पर भी कहां ठहरेंगे। वैसे तो परिवार के मुखिया ने अपने मेहमान और रिश्तेदारों की ठहरने की तरह व्यवस्था कर दी होगी। इसके अतिरिक्त भी यदि आपको किसी आवश्यक सुविधा की कमी महसूस हो रही है, आप उनसे तुरंत बात कर सकते हैं।
प्रश्न- दैनिक क्रियाओं की व्यवस्था कैसे करें ?
उत्तर- यदि ठहरने वाली जगह में दैनिक क्रियाये जैसे गर्म में पानी, सुबह की चाय, मंजन, नहाने का साबुन आदि कि नहीं हो पाई है। तो आप मेजबान से बात कर सकते हैं तथा उन्हें सुविधा उपलब्ध कराने के लिए अनुरोध कर सकते हैं। ऐसे माहौल में व्यर्थ की बातें करना अपनी मान को कम करने के बराबर है। अपने मेजबान के सामने सलीके से पेश आना आपकी परिवार में इज्जत बढ़ाने में मदद करेगा।
प्रश्न- हम क्या खायेंगे ?
उत्तर- अगर आपके दैनिक दिनचर्या के अनुसार किसी खाद्य पदार्थ का सेवन करने से आपको एलर्जी है, तो आप उसके लिए मना कर सकते हैं। अन्यथा किसी भी प्रकार से खाना खाने के लिए मना करने करना, आपका नखरा माना जाएगा। सीधा मकसद निकाला जा सकता है, कि आप अपनी ही परिजनों का अपमान करने पर तले हुए हैं। शादी विवाह में अधिकांश लोगों की रुचि खाने पीने में ज्यादा होती है।बीऔर यह बात खाने-पीने का इंतजाम करने वाले लोग भी जानते हैं। इसलिए वह भी अपने मेहमान और रिश्तेदारों की आओ भगत करने में किसी भी प्रकार से कोई कमी नहीं रखते। इसलिए अपनी तरफ से किसी भी प्रकार की कसर ना रखें और शांतिपूर्ण ढंग से विवाह का आनंद लें ।
प्रश्न- मीठा और स्टार्टर कैसे कम पढ़ गया ?
उत्तर- भोजन की व्यवस्था करने वाले लोग जानते हैं, कि खाने की प्लेट का इंतजाम प्रति प्लेट के हिसाब से होता है। और एक प्लेट में एक इंसान के लिए हर प्रकार की वस्तु शामिल हो जाए यह भी निर्धारित किया जाता है। अगर कोई व्यक्ति सिर्फ मीठी या स्टार्टर पर हमला बोल देता है, तो भोजन का संतुलन बिगड़ जाना संभव हो जाता है। ऐसे में मीठा और स्टाटर कम पड़ जाता है। और मेहमान और रिश्तेदार शिकायत करने लगते हैं जो कि गलत है।
प्रश्न- सो कर लेट क्यों उठे ?
उत्तर- शादी विवाह के समय में हर काम वक्त पर हो तो ज्यादा अच्छा होता है। बच्चों का देर से सो कर उठना, बड़े आराम से तैयार होना और देरी से चाय नाश्ते की डिमांड करना, और न आने पर शिकायत करना उचित नहीं माना गया है। इसलिए इस तरह की शिकायत करने से बचें।
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