बीमा कंपनियां प्रीमियम तय करने में उम्र और स्वास्थ्य की स्थिति और जोखिम जैसे कारकों का विशेष ध्यान रखती है।
बीमा में प्राप्त नो क्लेम बोनस उपयोग न होने पर कवरेज की राशि को बढ़ता रहता है।
बीमा योजना अक्सर नगद इलाज की सुविधा भी प्रदान करती हैं। जिससे अस्पताल में होने वाले जांच और दवाइयां को भी कवर किया जाता है।
हम अपनी करियर की शुरुआत अधिकतम 25 से 30 साल की उम्र में ही शुरू करते हैं। और उस समय प्रीमियम की राशि बहुत कम होती है।
30 साल से पहले बीमा ले लेते हैं, तो यह पीरियड समय रहते पूरा हो जाता है। जिससे आपको पूरा कवरेज मिल जाता है।
स्वास्थ्य बीमा इन खर्चों को अच्छे से कवर कर लेता है। जिससे उन्हें निजी बचत खर्च करने या कर्ज लेने की आवश्यकता नहीं पड़ती है।
आज के समय में सभी कंपनियां हेल्थ इंश्योरेंस का क्लेम न करने पर एक निश्चित अवधि के बाद नो क्लेम बोनस भी प्रदान करती हैं।