बच्चों के साथ मिलकर बैठकर उनकी दैनिक दिनचर्या तय करें। इस दिनचर्या में उनके खेलने, कूदने से लेकर पढ़ने और होमवर्क करने का समय निश्चित करें। ऐसा करना इसलिए आवश्यक होता है, क्योंकि जिन बच्चों के होमवर्क खेलने के समय और सोने के समय में संतुलन सिखाया जाता है।
यदि आपके बच्चे वीडियो गेम खेलने के आदी हैं, तो वीडियो गेम खेलने से पहले उन्हें घर की सफाई या अपने कमरे की सफाई करने के लिए कहें। ऐसा करने से उन्हें विलंब से मिली संतुष्टि से खुद को नियंत्रित करना सीखने में मदद मिलेगी।
यदि आप अपने बच्चों को उनके खर्च के लिए पॉकेट मनी दे रहे हैं, तो उन्हें खर्च और बचत के प्रबंध की जानकारी अवश्य दें। क्योंकि बचपन में दी गई इस तरह की वित्त की समझ आगे चलकर उन्हें बेहतर बचत करने में एवं सुचारु निवेश के रूप में काबिल बनाएगी।
आज के समय में सामाजिक रूप से जुड़ा हुआ व्यक्ति हर समस्याओं से लड़ने के लिए अपने आप को सक्षम बना लेता है। इसलिए अपने बच्चों को सामाजिक कौशल सिखाना बहुत आवश्यक होता है।