मारा पेट हमारे शरीर का एक ऐसा अंग है जो किसी न किसी समस्याओं से घिर ही जाता है। पेट में किसी भी प्रकार की गड़बड़ी हुई और तुरंत वह गड़बड़ी हमारे शरीर को घेर लेती है।
आयुर्वेद हमेशा ही संतुलित आहार पर जोर देता चला रहा है। जो आपके शरीर के दोष जैसे बात पित्त और कफ के अनुसार होता है।
नियमित समय पर आहार का सेवन
आज की व्यस्ततम जीवन शैली शैली को देखकर एक बात तो निश्चित हो जाती है, कि लोग अपने भोजन का समय निश्चित नहीं कर पाते हैं।
आज की व्यस्ततम जीवन शैली शैली को देखकर एक बात तो निश्चित हो जाती है, कि लोग अपने भोजन का समय निश्चित नहीं कर पाते हैं।
अपने आहार में दही, मट्ठा और आचार जैसी खाद्य पदार्थों को चुने। यह खाद्य पदार्थ आपके पाचन तंत्र और प्रतिरक्षा प्रणाली को बेहतर बनाने में आपकी मदद करते हैं
अपने आहार में लहसुन, प्याज, केला और शतावरी जैसे खाद्य पदार्थों को चुने। यह खाद्य पदार्थ आपकी आंतों में मौजूद लाभकारी बैक्टीरिया को पोषण प्रदान करते हैं।