महाराजा अग्रसेन समाजवाद की प्रथम प्रवेणा थे। उनके राज्य में सभी जातियां और धर्म के लगभग 100000 से अनेक परिवार करते थे।
समाजवाद के प्रथम प्रवेणा
महाराजा अग्रसेन ने अपने राज्य शुव्यवस्था बनाए रखने के लिए 18 गणराज्य बनाए। प्रत्येक गणराज्य में एक-एक निर्वाचित प्रतिनिधि होता था।
गणराज्य की स्थापना
महाराजा अग्रसेन लक्ष्मी की अनंत उपासक थे। उन्हें यज्ञ व अनुष्ठान से बहुत लगाव था उन्होंने बड़े-बड़े 18 यज्ञ किए थे। उस समय देश भर में यज्ञों में पशुबली की कुप्रथा थी।
पशुओं की बली पर रोक
राजा अग्रसेन ने लक्ष्मी जी की घोर तपस्या की, तब प्रसन्न होकर लक्ष्मी जी ने उन्हें क्षत्रिय वर्ग से वैश्य वर्ग ग्रहण करने का आदेश दिया।
अग्रवाल वंश की स्थापना